खुदरा एवं थोक महंगाई दर होंगे शेयर बाजार पर हावी

Sunday, Dec 11, 2016 - 12:17 PM (IST)

मुंबईः रिजर्व बैंक के ब्याज दरों को यथावत रखने और नोटबंदी के मद्देनजर चालू वित्त वर्ष के विकास अनुमान में आधी फीसदी की कटौती करने के बीच बीते सप्ताह शेयर बाजार में तेजी रही लेकिन अगले सप्ताह खुदरा तथा थोक महंगाई के आंकड़ों के साथ ही अमरीकी फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति से बाजार की चाल तय होगी और इस पर औद्योगिक उत्पादन में गिरावट का असर भी देखा जा सकेगा। 

समीक्षाधीन अवधि में सैंसेक्स 516.52 अंक यानी 1.96 प्रतिशत और एनएसई का निफ्टी 174.95 अंक यानी 2.16 प्रतिशत की मजबूत साप्ताहिक बढ़त के साथ बंद हुआ। इस दौरान बीएसई के मिडकैप में 2.75 प्रतिशत और स्मॉल कैप में 1.96 प्रतिशत की बढत दर्ज की गई। गत सप्ताह के 5 कारोबारी दिवस में से एक दिन को छोड़कर शेष 4 दिन शेयर बाजार में तेजी रही। 

सप्ताहांत पर सैंसेक्स 26,747.18 अंक पर तथा निफ्टी 8,200 के मनोवैज्ञानिक स्तर को छूता हुआ 8,261.75 अंक के साथ बंद हुआ। सोमवार को इटली के प्रधानमंत्री मात्तियो रेंजी के इस्तीफे के बाद एशियाई बाजारों में जमकर बिकवाली हुई लेकिन घरेलू स्तर पर तेल एवं गैस क्षेत्र में सबसे ज्यादा लिवाली देखी गई जिसके दम पर सैंसेक्स 118.44 अंक चढ़कर 26,349.10 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी भी 41.95 अंक की बढ़त में 8,128.75 अंक पर बंद हुआ। 

मंगलवार को एशियाई बाजारों में तेजी और रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा में ब्याज दर में कटौती किए जाने की संभावना से शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन तेजी लेकर बंद हुए। सैंसेक्स 43.66 अंक की बढत के साथ 26,392.76 अंक पर बंद हुआ। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 14.40 अंक की तेजी के साथ 8143.15 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के तीसरे दिन शेयर बाजार ने लगातार 2 तीन की तेजी खो दी। रिजर्व बैंक के नोटबंदी के मद्देनजर विकास अनुमान को आधा प्रतिशत घटाने तथा नीतिगत दरों को यथावत बनाए रखने से घरेलू शेयर बाजार गिरावट लेकर बंद हुए। 

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