टाटा समूह में रस्साकशी के बीच जेतली से मिले रतन टाटा

Tuesday, Nov 15, 2016 - 06:02 PM (IST)

नई दिल्लीः देश के प्रमुख औद्योगिक घराने टाटा के प्रमुख रतन टाटा ने समूह में निदेशक मंडल स्तर पर बढती खींचतान के बीच आज यहां केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेतली से भेंट की। टाटा समूह की धारक कंपनी टाटा संस के चेयरमैन पद से साइरस मिस्त्री को पिछले माह हटाए जाने के बाद रतन टाटा फिर से कंपनी के चेयरमैन बना दिए गए हैं। उन्हें दोबारा यह पद नए अध्यक्ष के चयन तक 4 माह के लिए दिया गया है पर टाटा और मिस्त्री खेमे में खींचतान बढ़ गई है। टाटा की आज जेतली के साथ आधे घंटे से अधिक समय तक मुलाकात चली। जेतली कंपनी मामलों के मंत्रालय के भी प्रभारी हैं। टाटा (78) ने इस मुलाकात के बाद वित्त मंत्री के साथ अपनी बातचीत के बारे  में कोई टिप्पणी करने से इन्कार किया।   

रिपोर्टों के मुताबिक रतन टाटा ने इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिख कर समूह के नेतृत्व में बदलाव के बारे में जानकारी दी थी। टाटा समूह सालाना 100 अरब डॉलर से अधिक का कारोबार करता है। समझा जाता है कि टाटा ने प्रधामंत्री से भी मुलाकात का समय मांगा है। मिस्त्री ने भी मोदी और जेतली से समय मांगा था।  सरकार ने फिलहाल टाटा समूह में निदेशक मंडल स्तर पर चल रहे दाव पेंच से अपने को अलग रखा है और इसे टाटा संस का आंतरिक मामला बताया है। 

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