महंगी हो सकती है रेल यात्रा, सेफ्टी सेस लगाने की तैयारी में रेलवे

Sunday, Dec 11, 2016 - 03:08 PM (IST)

नई दिल्लीः रेल यात्रियों की जेब अब और ढीली हो सकती है। वित्त मंत्रालय की ओर से सेफ्टी सेस की मांग ठुकराई जाने के बाद अब रेलवे यात्री किराए में फिर से बढ़ौतरी कर सकता है। दरअसल, वित्त मंत्रालय ने रेलवे का वह प्रस्ताव खारिज कर दिया है, जिसमें सेफ्टी फंड के रूप में लगभग सवा लाख करोड़ रुपए की मांग की गई थी।

किराया वृद्धि के पक्ष में नहीं प्रभु
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, रेल मंत्री सुरेश प्रभु अभी किराया बढ़ाने के पक्ष में नहीं हैं, क्योंकि एसी-2 और एसी-1 में किराया ज्यादा होने के चलते पहले से बुकिंग में गिरावट देखने को मिली है। रिपोर्ट की मानें तो स्लीपर, सेकंड क्लास और थर्ड एसी पर ज्यादा, जबकि सेकंड और फर्स्ट एसी पर थोड़ा सेस लगाया जा सकता है। हालांकि अभी इस संबंध में कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है।

वित्त मंत्रालय ने दिया 25+75 का फॉर्मूला
सुरेश प्रभु ने वित्त मंत्री अरुण जेतली को एक पत्र लिखते हुए विभिन्न सुरक्षा कार्यों को पूरा करने के लिए 'राष्ट्रीय रेल संरक्षा कोष' के रूप में 1,18,183 करोड़ रुपए जारी करने की मांग की थी। हालांकि इस प्रस्ताव पर बहुत ज्यादा समर्थन ना देते हुए रेलवे से संसाधन जुटाने के लिए किराया बढ़ाने को कहा है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, वित्त मंत्रालय ने मांगी गई राशि का 25 फीसदी देने पर सहमति जताई है, जबकि 75 फीसदी खुद जुटाने का सुझाव दिया।

स्पीड और सेफ्टी के लिए चाहिए पैसा
ट्रैक सुधार, सिग्नल सिस्टम अपग्रेडेशन, मानव रहित क्रॉसिंग को व्यवस्थित करने आदि सुरक्षा संबंधी खर्च के लिए फंड जुटाने की योजना बनाई थी। रेलवे लगातार ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने पर काम कर रहा है, ऐसे में ट्रैक सुधार भी जरूरी है। लगातार ट्रेनों के पटरी से उतरने की घटनाओं के चलते कई लोगों की मौत हो चुकी है। कोहरे के चलते लेटलतीफी भी बड़ी समस्या बन रही है, ऐसे में सिग्नल सिस्टम को सुधारना भी जरूरी है।

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