उर्जित पटेल संभालेंगे RBI की कमान, सामने होंगी ये चुनौतियां

Sunday, Sep 04, 2016 - 12:34 PM (IST)

नई दिल्लीः रघुराम राजन का भारतीय रिजर्व बैंक (आर.बी.आई.) गवर्नर के रुप में कार्यकाल आज समाप्त हो रहा है। 5 सिंतबर से आर.बी.आई. के नए गवर्नर उर्जित पटेल कार्यभार संभालेंगे। पटेल आर.बी.आई. में डिप्टी गवर्नर के रुप में काम कर रहे थे। पटेल की पहचान रघुराम राजन जैसे ही बेहतरीन इकोनॉमिस्ट के रुप में रही है। नए आर.बी.आई. गवर्नर के सामने कई चुनौतियां होंगी। 

RBI के पास हो सरकार को ''ना'' कहने की हैसियत
राजन ने जाते-जाते एक स्पीच में कहा है कि आर.बी.आई. की हैसियत ऐसी होनी चाहिए कि वह सरकार को ''ना'' कह सके। ऐसे में नए गवर्नर पटेल के सामने आर.बी.आई. की एक स्वतंत्र छवि को बनाए रखने का भी चैलेंज होगा। जिस पर पूर्व गवर्नर डी. सुब्बाराव भी यह कह कर सवाल उठा चुके हैं कि पॉलिसी को लेकर सरकार और आर.बी.आई. में मतभेद रहे हैं।

सरकार को ‘ना’ कहने की रिजर्व बैंक की क्षमता का बचाव जरूरी: राजन

इन अहम सुधारों पर होगी नजर
• सरकार और आर.बी.आई. मोटे तौर पर बड़े बैंकों का मॉडल चाहते हैं। इसके तहत देश में सरकारी बैंकों की संख्या 27 से घटाकर 8-10 करने की योजना है। बैंकों के मर्जर का रोडमैप तैयार करने में राजन का अहम रोल रहा है। ऐसे में उर्जित पटेल पर यह दारोमदार होगा कि वह इंडियन बैंकिंग इंडस्ट्री का रुप कैसे बदलते हैं।
• नए बैंक खोलने के लिए राजन ने ऑन डिमांड सिस्टम डेवलप करने की राह तैयार कर दी है। हाल ही में जारी बैंकिंग लाइसैंस गाइडलाइन में बिग कॉरपोरेट की जगह छोटी कंपनियों को तरजीह देने की बात है। ऐसे में पटेल कैसे इसे आगे ले जाएंगे, यह देखना होगा।
• पी.एस.यू. बैंकों के कर्ज रिकवर हो जाए और विलफुल डिफॉल्टर पर सख्ती हो, इस पर पटेल क्या रुख अपनाएंगे, ये देखना अहम होगा। ऐसे इसलिए है कि बैंकों का एन.पी.ए. रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।
• देश में स्पेशलाइज्ड बैंक हो, यानी जरूरत के अनुसार बैंकों की सर्विस हो। इसी के तहत पेमेंट बैंक और स्मॉल बैंक के लाइसेंस 21 एप्लीकेंट को दिए गए हैं। जो कि इस 2017-18 तक पूरे होने हैं। पटेल के सबसे बड़ी चुनौती इन बैंकों के जरिए फाइनैंशियल इनक्लूजन सही मायने करने की होगी।
• महंगाई को कम करने के लिए जो इन्फ्लेशन टारगेट तय किया गया है, उसमें पटेल की अहम भूमिका रही है। ऐसे में महंगाई को कम करना और इंडस्ट्री की उम्मीदों के अनुसार रेट में कटौती करने का भी चैलेंज पटेल के सामने रहेगा। 

 

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