हमारे खातों को लेकर PWC की टिप्पणियां आधारहीन, अनुचित : रिलायंस कैपिटल

Thursday, Jun 13, 2019 - 03:12 PM (IST)

नई दिल्लीः रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह की कंपनी रिलायंस कैपिटल ने गुरुवार को कहा कि उसके खातों को लेकर प्राइस वाटरहाउस एंड कंपनी चार्टड अकाउंटेंट्स (PWC) द्वारा की गई टिप्पणियां ‘पूरी तरह आधारहीन और अनुचित' हैं। उल्लेखनीय है कि बुधवार को रिलायंस कैपिटल और रिलायंस होम फाइनेंस ने जानकारी दी थी कि PWC ने उनके सांविधिक ऑडिटर (लेखा परीक्षक) के काम से अपने आप को अलग कर लिया है। इसके बारे में पीडब्ल्यूसी ने कहा था कि उसने यह निर्णय कंपनियों की इस समय चल रही वित्त वर्ष 2018-19 के खातों की आडिट के संबंध में कुछ टिप्पणियों पर कंपनी की ओर से असंतोषजनक जवाब मिलने के कारण किया है। इस पर नियामकीय जानकारी में रिलायंस कैपिटल ने कहा कि PWC की टिप्पणियां पूर्णतया आधारहीन और अनुचित हैं।

PWC ने ऑडिट समिति से सांवधिक बातचीत किए बगैर ही यह बचकाना कदम उठाया है। रिलायंस कैपिटल ने कहा कि ऑडिट समिति ने PWC की टिप्पणियों पर 15 दिन के भीतर एक स्वतंत्र रपट देने का काम ऑडिटर पाठक एच. डी. एंड एसोसिएट्स को सौंपा है। कंपनी ने कहा कि PWC के ऑडिट अवधि के दौरान किसी भी ऋण के हस्तांतरण का सवाल ही नहीं उठता और ना ही किसी बैंक भी ने कंपनी को नकदी उपलब्ध करायी है। कंपनी को अपने पर विश्वास है। ऑडिटर की स्वतंत्र रपट बता देगी कि उसने कोई हेराफेरी नहीं की है। रिलायंस कैपिटल और रिलायंस होम फाइनेंस ने बुधवार को साफ कर दिया था कि वह PWC के इस्तीफा देने के कारणों से इत्तेफाक नहीं रखती हैं।

PWC ने दावा किया कि दोनों कंपनियां कई बार याद दिलाए जाने के बाद कुछ सवालों पर ऑडिट समिति को तय सयम में संतुष्ट करने में विफल रहीं। इसलिए उसने इस्तीफा दिया है। शेयर बाजारों को दी गयी सूचना के अनुसार PWC ने यह भी कहा है कि इन कंपनियों ने उससे कहा कि वे उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई भी कर सकती हैं। PWC के अनुसार कंपनियों का यह रवैया उसे एक ऑडिटर के रूप में उसका काम करने से रोकता है।

Seema Sharma

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