संपत्ति खरीद के लिए अच्छा रहेगा 2018

Saturday, Jan 13, 2018 - 11:22 AM (IST)

जालंधरः गुजरा वर्ष 2017 रियल एस्टेट बाजार का आधार स्थापित के लिहाज से अच्छा रहा। वर्ष के दौरान कई महत्वपूर्ण परिवर्तन तथा पहल देखने को मिली हैं। जैसे कि नियामक संबंधी रेरा कानून का लागू होना जिससे इंडस्ट्री को जरूरी संरचना  तथा व्यवस्था प्राप्त हुई। फिर जी.एस.टी. को लागू किया गया जो देश में अब तक का सबसे बड़ा कर सुधार है और उसकी वजह से ही विभिन्न स्तरों पर ‘टैक्सेशन सिस्टम’ में बड़े परिवर्तन हो रहे हैं।

सुधारों तथा नई व्यवस्थाओं से भरा यह दौर अगले 3 से 5 वर्ष के लिए बाजार की तस्वीर को बेहतर करने की क्षमता रखता है। इसका यह भी अर्थ है कि संपत्ति खरीद के लिए अच्छा रहेगा 2018 खरीदने का यह अच्छा वक्त है। जैसे-जैसे विभिन्न राज्यों में रेरा के तहत नियामक प्रणाली की व्यवस्था की जाएगी, रियल एस्टेट में काम करने वाले सभी लोग इससे जुड़े कार्यों को वक्त रहते तथा सही ढंग से पूरा करने के लिए प्रोत्साहित होंगे। ऐसे परिदृश्य में रियल एस्टेट सैक्टर से जुड़ी कुछ बातें स्पष्ट दिखाई देती हैं जिनसे ग्राहकों तथा डिवैल्परों दोनों को लाभ होगा।

परियोजनाओं को समय पर करना होगा पूरा
हम देखेंगे कि अनेक डिवैल्पर अपनी लांच की हुई परियोजनाओं को समयसीमा के भीतर पूरा करने के हर सम्भव प्रयास करेंगे क्योंकि ऐसा न होने पर उन्हें भारी जुर्माना अदा करना होगा। संभावना व्यक्त की जा रही है कि बाजार में तैयार स्टॉक में ज्यादा विकल्प उपलब्ध होंगे क्योंकि इस वर्ष ज्यादा परियोजनाओं का पूरा होना तय है।

अफोर्डेबल हाऊसिंग की रहेगी मांग
देश के महानगरों में अनेक टॉप डिवैल्पर्स अफोर्डेबल हाऊसिंग प्रोजैक्ट्स लांच करने के लिए कमर कस रहे हैं। यह बात इसलिए महत्वपूर्ण है कि इन परियोजनाओं में फ्लैट खरीदने वाले प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ ले सकेंगे। आगे बढ़ते हुए हमें नई लांचिंग देखने को मिलेगी तथा डिवैल्पर्स का जोर अपने पास मौजूद न बिक सकी सम्पत्तियों को बेचने पर रहेगा। ज्यादा मांग तैयार अथवा तैयार होने के करीब पहुंच चुकीं परियोजनाओं में आवास खरीदने की रहेगी। इसकी वजह है कि अपने लिए आवास खरीदने वालों की ओर से इस तरह के आवासों की ही मांग में वृद्धि होगी।

रेरा से मिलेगा फायदा
रेरा तथा जी.एस.टी. रियल एस्टेट मार्कीट के लिए जरूरी समझे जा रहे सुधार तथा व्यवस्था लाएंगे। खरीदार भी रेरा के तहत खरीदारी करने में रुचि लेंगे तथा डिवैल्परों को भी वक्त पर डिलीवरी करने को बाध्य रहना होगा। 2018 के दौरान भी रियल एस्टेट बाजार में गत वर्ष जैसी कीमतों का स्तर बना रह सकता है। ऐसे में यह वर्ष सम्पत्ति खरीद के लिए उपयुक्त माना जा सकता है। रैडी तथा रिसेल सम्पत्ति की कीमतों में कुछ वसूली अवश्य हो सकती है। इस वर्ष तैयार होने वाले आवासों की ज्यादा संख्या रहेगी। नई तैयार होने वाली इन परियोजनाओं के प्रतियोगी तथा ग्राहक हितैषी बने रहने की अपेक्षा है। कहा जा सकता है कि इस वर्ष कीमतों में ज्यादा वृद्धि की संभावनाएं नहीं हैं।

काले धन पर लगेगी लगाम
आधार नम्बर को सम्पत्तियों के साथ जोड़ने की नीति का रियल एस्टेट में कालेधन से निपटने के सरकार के प्रयासों पर सकारात्मक प्रभाव होगा। काले धन की वजह से रियल एस्टेट में पहले ज्यादातर मांग निवेशकों की ओर से ही रहती थी। इस प्रकार की अनेक पहल के चलते अपने लिए सम्पत्ति खरीदने वालों की संख्या में वृद्धि होगी। इससे कीमतों के स्तर में भी स्थिरता आएगी।

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