चीन में फूटेगा प्रॉपर्टी का गुब्बारा!

Saturday, Oct 08, 2016 - 02:27 PM (IST)

नई दिल्लीः चीन की इकॉनमी इन दिनों यह आंकड़ा लगाने में जुटे हैं कि देश के प्रॉपर्टी मार्कीट के धराशायी होने की स्थिति में बैंकों को कितना नुकसान उठाना पड़ेगा। डीबीएस विकर्स हॉन्ग कॉन्ग लिमिटेड की रिपोर्ट के मुताबिक चीन में हाऊजिंग प्राइसेज में यदि 30 फीसदी की गिरावट आती है तो चीन के बैंकों को करीब 615 अरब डॉलर यानी करीब 41,205 अरब रुपए की भारी चपत लगेगी। बैंकों का करीब 4 फीसदी लोन मार्कीट में फंस सकता है। कॉमर्ज बैंक के महानिदेशक ने कहा कि इस तरह की गिरावट से चीनी मार्कीट में करीब 4 ट्रिलियन तक की गिरावट आ सकती है।

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक पैसेफिक इनवेस्टमेंट मैनेजमेंट कंपनी का अनुमान है कि प्रॉपर्टी सेक्टर में गिरावट की वजह से नॉन परफॉर्मिंग लोन का अनुपात अगले कुछ सालों में 6 फीसदी तक पहुंच सकता है, जो फिलहाल 1.75 फीसदी के स्तर पर है। यह स्थिति अमरीका से शुरू हुए 2008 के आर्थिक संकट जैसी होगी, जहां प्रॉपर्टी मार्कीट के धराशायी होने पर बैंकों को 1.3 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान झेलना पड़ा था। चीन के इकॉनमिस्ट का मानना है कि बैंकिंग सिस्टम को बेलआउट पैकेज की जरूरत है।

सिंगापुर में उभरते बाजारों के लिए पोर्टफोलियो मैनेजर रोलैंड मिथ ने कहा, 'बीते कुछ सालों में चीन में हाउसिंग प्राइसेज में हमने जिस तरह की उछाल देखी है, वह चिंता का विषय है।' यह बढ़ौतरी हर साल करीब 30 फीसदी या उससे अधिक है, जो गुब्बारे की तरह फूल रहा है।

डोएचे बैंक के एजी ने 28 सितंबर को जारी रिपोर्ट में लिखा था कि 2018 तक चीन के प्रॉपर्टी मार्कीट में बड़ा करेक्शन देखने को मिल सकता है। वहीं, गोल्डमैन सैक्स ने 4 अक्तूबर की अपनी रिपोर्ट में लिखा कि कीमतें में रॉकेट की तरह इजाफे के चलते मुश्किल भी गहरा रही है।

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