भारतीय मूल के सुंदर पिचाई का प्रमोशन, बने Google की मूल कंपनी अल्फाबेट के CEO

Wednesday, Dec 04, 2019 - 10:29 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः गूगल के सीईओ भारतीय मूल के सुंदर पिचाई को अपनी मूल कंपनी अल्फाबेट का मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया है। दरअसल गूगल के सह-संस्थापक लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने गूगल और अल्फाबेट कंपनी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। दोनों ने पारिवारिक जिम्मेदारी निभाने को इस्तीफे की वजह बताया। इसी के साथ उनकी जिम्मेदारी अब सुंदर पिचाई के हाथों में आ गई है।

गूगल के सह संस्थापकों ने की पिचाई की तारीफ
पेज और सर्गेई का कहना है कि दोनों कंपनियों को चलाने के लिए सुंदर पिचाई से बेहतर व्यक्ति कोई नहीं हो सकता। पिचाई फिलहाल गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। अपने कर्मचारियों को लिखे पत्र में पिचाई ने स्पष्ट किया कि इस बदलाव से अल्फाबेट की संरचना या उसके काम पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने लिखा, ‘‘मैं गूगल पर अपना ध्यान केंद्रित करता रहूंगा और साथ ही कम्प्यूटिंग के दायरे को बढ़ाने और गूगल को हर किसी के लिए अधिक मददगार बनाने के अपने काम को करता रहूंगा।''

उन्होंने अपने ईमेल में कहा, ‘‘साथ ही मैं अल्फाबेट और प्रौद्योगिक के जरिए बड़ी चुनौतियों से निपटने के उसके दीर्घकालिक उद्देश्य को लेकर उत्साहित हूं।'' गूगल का सीईओ बनाए जाने के बाद से लेकर अब तक पिचाई के नेतृत्व की तारीफ करते हुए पेज और ब्रिन ने कहा कि भारतीय-अमेरिकी सीईओ हर दिन अपने उपभोक्ताओं, साझेदारों और कर्मचारियों के लिए प्रौद्योगिकी के प्रति गहरा जुनून पैदा करते हैं। पेज और ब्रिन ने कहा, ‘‘जब हम सोचते हैं कि कंपनी को चलाने का बेहतर तरीका है तो हम कभी भी अपने आप को प्रबंधन की भूमिका से बांध कर नहीं रखते। अल्फाबेट और गूगल को दो सीईओ और अध्यक्ष की जरूरत नहीं है। सुंदर गूगल और अल्फाबेट दोनों के सीईओ होंगे। उनके पास कार्यकारी जिम्मेदारी होगी।''

अल्फाबेट बनी दुनिया की सबसे ज्यादा वैल्युएबल कंपनी
कंपनी ने बयान जारी कर कहा है कि पिचाई गूगल के साथ अल्फाबेट दोनों कंपनियों का काम संभालेंगे। अल्फाबेट कंपनी हाल के वर्षों के दुनिया की सबसे ज्यादा वैल्युएबल कंपनी बन गई है। कंपनी का साल 2018 में प्रॉफिट करीब 30 बिलियन डॉलर रहा। जबकि रेवेन्यू 110 बिलियन डॉलर रहा। वहीं गूगल सीईओ के तौर पर उन्हें साल 2018 में 47 करोड़ डॉलर (करीब 3,337 करोड़ रुपए) मिले थे। इसमें उनके सभी तरह के भत्ते शामिल है। खबरों के मुताबिक, हफ्ते में सुंदर पिचाई अगर 40 घंटे काम करते है, तो ऐसे में उनकी हर घंटे सैलरी 2,25,961 डॉलर (करीब 1.60 करोड़ रुपए ) बैठती है।

कैसे हुई गूगल की शुरुआत
सुंदर पिचाई का जन्म 10 जून 1972 को तमिलनाडु के मदुरै में हुआ था। पिचाई ने अपनी शुरुआती पढ़ाई चेन्नई से की। इसके बाद उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की थी। 2015 में पिचाई को गूगल के सह संस्थापक लैरी पेज की जगह गूगल का नया सीईओ बनाया गया था। बता दें कि गूगल की शुरुआत पहले सर्च इंजन के तौर पर हुई थी, लेकिन जब यह सफल हुआ तो 2004 के बाद इसने पैर पसारने शुरू कर दिए। पहले सर्च इंजन, फिर गूगल मैप, गूगल फोटो, यूट्यूब, गूगल डिवाइस, गूगल क्लाउड आदि सह-कंपनियां शामिल रहीं, ये सभी कंपनियां अल्फाबेट की अगुवाई में ही चल रही थीं।

Supreet Kaur

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