4 चरणों में होगा भारत के लिए कामोव हेलीकॉप्टर का उत्पादनः रूसी अधिकारी

Saturday, Dec 02, 2017 - 04:29 PM (IST)

मॉस्कोः भारत के लिए 200 कामोव हल्के सैन्य हेलीकॉप्टरों का उत्पादन चार चरणों में किया जाएगा। इसका मकसद भारत-रूसी संयुक्त उद्यम के तहत इसके प्रमुख कलपुर्जों की प्रौद्योगिकी का हस्तांतरण सुनिश्चित करना है। कार्यक्रम से जुड़े एक वरिष्ठ रूसी अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।

भारत और रूस संयुक्त उद्यम के तहत 200 कामोव 226टी हेलीकॉप्टरों का उत्पादन किया जाएगा। समझौते के तहत रूस 60 हेलीकॉप्टर भारत को चालू हालत में देगा। शेष बचे 140 हेलीकॉप्टरों का निर्माण भारत में होगा। इसके लिए दोनों देशों के बीच एक अरब डॉलर का समझौता हुआ था। कामोव-226टी कार्यक्रम के निदेशक दिमित्री श्वेट्स ने यहां कहा, यह परियोजना एक अंतर-सरकारी समझौते के आधार पर लागू की जाएगी। इसके तहत रूसी पक्ष ने प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और ग्राहक देश (भारत) में इसके स्थानीकरण के उच्चतम संभव स्तर की उपलब्धि का दायित्व उठाया है।’’ उन्होंने कहा कि स्थानीकरण के तहत हेलीकॉप्टर उत्पादन के चार चरण होंगे, जिसमें हेलिकॉप्टरों और उसके प्रमुख कलपुर्जों का प्रौद्योगिकी हस्तातंरण से लेकर उत्पादन तक शामिल है।

अधिकारियों के मुताबिक पहले चरण में रूस में एसेम्बल (बनाए गए) किए गए हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति शामिल है। जबकि दूसरे चरण में हेलीकॉप्टर के कल पुर्जों की आपूर्ति और स्थानीय स्तर पर कलपुर्जों के निर्माण की तैयारी, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और तकनीकी सहायता शामिल है। तीसरे चरण में आपूर्ति की गई सामग्री से कलपुर्जों का उत्पादन शामिल है। वहीं चौथे चरण में स्थानीय स्तर पर उत्पादित सामग्री से तैयार कलपुर्जों या रूस से भेजे गए कलपुर्जों का संकलन (एसेम्बल), संयुक्त प्रशिक्षण और सर्विस तथा मरम्मत केंद्र के लिए बुनियादी ढांचा शामिल है। पिछले साल अक्तूबर में भारत और रूस ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) और रक्षा क्षेत्र की दो प्रमुख रूसी कंपनियों के बीच एक संयुक्त उद्यम के लिए एक व्यापक समझौते को अंतिम रूप दिया था। भारत पुराने हो चुके चीता और चेतक हेलीकॉप्टरों को बदलने के लिए कामोव हेलीकॉप्टर खरीद रहा है।  

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