भारत में निजी क्षेत्र की गतिविधियों में जून में 14 महीने की सबसे तेज़ बढ़त, PMI डेटा में खुलासा
punjabkesari.in Tuesday, Jun 24, 2025 - 01:44 PM (IST)

नई दिल्लीः भारत में निजी क्षेत्र की व्यावसायिक गतिविधियां जून 2025 में 14 महीनों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं। HSBC और S&P Global द्वारा जारी ताजा फ्लैश पीएमआई (Purchasing Managers’ Index) रिपोर्ट के अनुसार, नए ऑर्डर और अंतरराष्ट्रीय बिक्री में तेज़ वृद्धि ने उत्पादन को मजबूती दी।
मजबूत उछाल, PMI 61 के स्तर पर
HSBC इंडिया का फ्लैश कंपोजिट PMI जून में बढ़कर 61 पहुंच गया, जो मई में संशोधित 59.3 था। यह लगातार 47वें महीने 50 के ऊपर बना हुआ है, जो दर्शाता है कि भारत का निजी क्षेत्र लगातार विस्तार कर रहा है।
विनिर्माण और सेवा दोनों सेक्टरों में तेजी
विनिर्माण PMI जून में बढ़कर 58.4 हो गया (मई में 57.6), जो अप्रैल 2024 के बाद का सबसे उच्च स्तर है।
- सेवा क्षेत्र में भी गतिविधियों में तेजी आई, जिससे सेवा और विनिर्माण दोनों में सकारात्मक रुझान रहा।
- रिपोर्ट के अनुसार, “मांग में मजबूती, ऑपरेशनल दक्षता और तकनीकी निवेश ने उत्पादन को बढ़ावा दिया।”
नए ऑर्डर और निर्यात में उछाल
रिपोर्ट में बताया गया कि कंपनियों को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नए ऑर्डर अधिक मिले हैं, जिससे जून के अंत तक उत्पादन और ऑर्डर बुक दोनों मजबूत दिखे।
रोजगार के मोर्चे पर अच्छी खबर
- मजदूरी बढ़ी: मजबूत मांग और बढ़ते बैकलॉग के चलते कंपनियों ने जून में नई भर्तियां कीं।
- विनिर्माण सेक्टर में रोजगार वृद्धि रिकॉर्ड स्तर पर रही।
- सेवा क्षेत्र में भी भर्तियों में वृद्धि रही, हालांकि मई के मुकाबले थोड़ी धीमी पड़ी।
कीमतों और लागत में नरमी के संकेत
HSBC की चीफ इंडिया इकोनॉमिस्ट प्रांजुल भंडारी के अनुसार, “निर्यात मांग में मजबूती और बैकलॉग बढ़ने से कंपनियां कर्मचारियों की संख्या बढ़ा रही हैं। हालांकि इनपुट और आउटपुट लागत में वृद्धि जारी है लेकिन इसकी रफ्तार में कुछ नरमी देखी गई है।”
अंतिम आंकड़े जल्द होंगे जारी
- मैन्युफैक्चरिंग PMI का अंतिम आंकड़ा 1 जुलाई को आएगा
- सर्विस और कंपोजिट PMI के आंकड़े 3 जुलाई को जारी किए जाएंगे