गेहूं, चीनी और दाल पर मंहगाई की मार!

punjabkesari.in Saturday, Apr 08, 2017 - 02:35 PM (IST)

नई दिल्लीः पंजाब, हरियाणा, राजस्थान में हुई बेमौसम बारिश ने किसानों की नींद उड़ा दी है। खेतों में पकी खड़ी गेहूं की फसल पर मौसम कहर बनकर टूटा है। इधर दालों की एमएसपी भी बढ़ाने पर विचार चल रहा है। अगर ऐसा होता है तो किसानों के लिए ये अच्छी खबर होगी लेकिन कंज्यूमर की थाली का स्वाद बिगड़ सकता है। इस गर्मी चीनी भी कहर ढा सकती है। 

पंजाब, हरियाणा, राजस्थान में सहित राज्यों में बेमौसम बारिश और ओलों के कहर के कारण गेहूं की फसल पर मार पड़ रही है। वहीं बारिश के कारण टमाटर और सूरजमुखी को भी नुकसान होने की आशंका है। गेहूं की फसल लगभग पक चुकी थी और कुछ राज्यों में कटाई भी शुरु हो गई थी। पंजाब, हरियाणा में 10 अप्रैल के बाद कटाई होनी है। हालांकि मंडियों में गेहूं की नई आवक शुरू हो गई है।

जानकारों की माने तो इस साल गेहूं की बंपर पैदावार होने की उम्मीद है जिसके लिए फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया का एक्शन प्लान भी तैयार कर लिया है। देशभर में 10,000 नए खरीद सेंटर खोले जाएंगे और करीब इस साल ही 330 लाख टन गेहूं खरीद का लक्ष्य होने की उम्मीद जताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार यूपी में एफसीआई करीब 30 लाख टन गेहूं खरीदने का मन बना रही है। एफसीआई के पास 7.6 करोड़ टन गेहूं स्टोरेज की क्षमता है। राजस्थान, गुजरात और मध्यप्रदेश में सरकारी खरीद की जाएंगी। 

वहीं इस साल दालों की मिनिमम सपोर्ट प्राइस बढ़ने की उम्मीद की जा रही है। दरअसल एग्रीकल्चरल कॉस्ट एंड प्राइस कमीशन ने सरकार से किसानों को एडिशनल बोनस देने का भी प्रस्ताव तैयार किया है। इस प्रस्ताव के तहत मूंग दाल की एमएसपी 200 प्रति क्विंटल बढ़ सकती है और अरहर दाल की एमएसपी 475 प्रति क्विंटल बढ़ सकती है। एमएसपी बढ़ने से दाल किसानों को फायदा होगा। हालांकि सरकार प्रस्ताव पर विचार के बाद फैसला लेगी।

पिछले साल की तुलना में इस साल अरहर की उत्पादन 65 फीसदी ज्यादा हो सकती है। वही इस साल में 42.3 लाख टन अरहर  उत्पादन के आसार है। साल 2015-16 में मूंग दाल का उत्पादन 16 लाख टन हुआ था। इस साल 21.3 लाख टन के रिकॉर्ड उत्पादन के आसार है।

हालांकि इन सभी के बीच चीनी की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए सरकार ने ड्यूटी फ्री चीनी इंपोर्ट को मंजूरी दे दी है। सरकार ने ये मंजूरी 12 जून तक के लिए दी है। इस दौरान बिना ड्यूटी के 5 लाख टन चीनी इंपोर्ट की जा सकेगी। देश में चीनी के उत्पादन की कमी की आशंका है। इस साल 200 लाख टन चीनी उत्पादन के आसार हैं। मुंबई में चीनी के भाव ने 4150 रुपये प्रति क्विंटल का रिकॉर्ड स्तर छुआ है। चीनी की खुदरा कीमतें करीब 38-40 रुपये प्रति किलो हैं।

महाराष्ट्र में इस साल सिर्फ 42 लाख टन चीनी उत्पादन की संभावना है। बता दें कि 2015-16 में महाराष्ट्र में 84 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था।
 


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