डाक विभाग देश का दूसरा सबसे बड़ा पेमेंट बैंक बनेगा

Sunday, Jan 07, 2018 - 10:42 AM (IST)

नई दिल्ली: भारतीय डाक विभाग देश में बढ़ते डिजीटल लेन-देन के बाजार में पांव पसारने के लिए पूरी तरह तैयार है। विभाग अगले कुछ महीनों में देश के सभी जिलों में इंडिया पोस्ट पेमैंट बैंक (आई.पी.पी.बी.)सुविधा की शुरूआत करने जा रहा है। इससे दूरदराज इलाकों में रहने वाले बैंकिंग सुविधाओं से वंचित लोगों को लाभ मिलेगा। वैसे देश में सबसे पहले भारती एयरटैल ने पेमैंट बैंक सेवा शुरू की थी।

डाकिए हाइटैक होंगे
-डाकिए को आई.पी.पी.बी. के  अनुसार अपग्रेड करेंगे।
-उन्हें आईपैड और बेहतर स्मार्ट फोन देने पर विचार।
-हर डाकिए को एक छोटी-सी हैंड हेल्ड मशीन दी जाएगी, जिससे वह ग्राहकों को घर पर ही हर जगह की बैंकिंग सेवा दे सकेंगे। 

लंबी पहुंच 
3 लाख कर्मचारी इस साल के अंत तक देने लगेंगे सेवा।
10 गुना तक बढ़ जाएगा ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग का आधारभूत ढांचा योजना के बाद। 

यह सबसे बड़ा आर्थिक साक्षरता अभियान साबित होगा। देश में ग्रामीण बैंकिंग का आधारभूत ढांचा काफी ज्यादा बढ़ जाएगा।-सुरेश सेठी, एम.डी. और सी.ई.ओ., आई.पी.पी.बी.

650 जिलों में योजना को लागू किए जाने का लक्ष्य। 
1.55 लाख डाकघरों पर मिलने लगेंगी इसकी सुविधाएं। 
64 निजी कंपनियों ने आई.पी.पी.बी. से करार का प्रस्ताव दिया है। 

बड़ी योजना 
1 लाख रुपए तक की राशि ग्राहक इसमें जमा कर सकते हैं। 

पेमैंट बैंक की ब्याज दर
राशि                                ब्याज दर
25 हजार                            4.5 प्रतिशत
25 से 50 हजार                    5 प्रतिशत
50 हजार से एक लाख           5.5 प्रतिशत 

नौकरियां बढ़ेंगी
3500 लोगों की जल्द भर्ती की जाएगी, अभी 1150 पदों पर आवेदन मांगे गए हैं। 

अप्रैल 2018 है लक्ष्य
केन्द्रीय मंत्री मनोज सिन्हा ने लोकसभा में बताया कि आई.पी.पी.बी. को अप्रैल 2018 तक देशभर में लागू किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। 

ये सुविधाएं मिलेंगी 
-बैंक की ओर से ए.टी.एम./डैबिट कार्ड जारी किया जाएगा, क्रैडिट कार्ड नहीं मिलेगा।
-इससे बिजली, पानी, टैलीफोन, बीमा प्रीमियम, ई.एम.आई. भर सकेंगे।
-कल्याणकारी योजनाओं का लाभ ले सकेंगे। 

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