अब टीवी, माइक्रोवेव और मोबाइल फोन खरीदने के लिए ढीली करनी होगी जेब

Tuesday, Dec 19, 2017 - 03:22 PM (IST)

नई दिल्लीः ग्राहकों को अब टेलीविजन, माइक्रोवेव, एलईडी लैंप और कुछ अन्य इलेक्ट्रानिक जिंसों के लिए अधिक भुगताना करना होगा। सरकार ने इन उत्पादों का घरेलू विनिर्माण बढ़ाने के लिए पिछले सप्ताह इन जिंसों पर उत्पाद शुल्क बढ़ा दिया। सरकारी अधिसूचना के अनुसार टेलीविजन सेट पर सीमा शुल्क बढ़ाकर 20 प्रतिशत जबकि आयातित स्मार्टफोन पर शुल्क बढ़ाकर 15 प्रतिशत किया गया है। एलईडी लैंप पर आयात शुल्क अब 20 प्रतिशत होगा। माइक्रोवेव ओवेन के आयात पर कर की दर दोगुनी कर 20 प्रतिशत कर दिया गया है।

20 प्रतिशत तक बढ़ेंगे टीवी के दाम
कंज्यूमर्स इलेक्ट्रानिक्स एंड एपलायसेंस मैनुफैक्चरर्स एसोसिएशन (सीईएएमए) के अध्यक्ष मनीष शर्मा ने कहा, ‘‘सरकार की अधिसूचना के बाद पूर्ण रूप से आयातित सीबीयू (पूर्ण रूप से निर्मित इकाई) की कीमत में वृद्धि होगी। उदाहरण के लिए घरेलू रूप से विनिर्मित टेलीविजन की तुलना में पूर्ण रूप से आयातित टीवी पर मूल सीमा शुल्क (बीसीडी) 20 प्रतिशत होगा।’’ सूत्रों के अनुसार एलईडी टीवी सेट पर औसतन 2,000 रुपए से 10,000 रुपए की वृद्धि होगी। यह वृद्धि स्क्रीन आकार पर निर्भर करेगी। उन्होंने कहा कि इससे स्थानीय विनिर्माताओं को लाभ होगा क्योंकि इससे न केवल स्वदेशी विनिर्माताओं को लाभ होगा बल्कि देश में विनिर्मित उत्पादों के लिए मांग भी सृजित होगी। इससे ‘मेक इन इंडिया’ अभियान को गति मिलेगी। सीएमएस इलेक्ट्रानिक जंक्शन के प्रबंध निदेशक सी एम सिंह ने कहा, ‘‘वीडियोकान जैसी स्थानीय विनिर्माताओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा लेकिन सीबीयू आयात करने वाली दूसरी अन्य कंपनियों के लिये दाम में 5 से 6 प्रतिशत की वृद्धि होगी। इस वृद्धि के साथ वैश्विक कंपनियों को उत्पादों के आयात के बजाए स्थानीय रूप से उत्पादों पर गौर करना होगा।’’

एेपल ने भी बढ़ाए दाम
सीएमएस इलेक्ट्रानिक जंक्शन इलेक्ट्रानिक दुकानें की श्रृंखला है। माइक्रोवेव के आयात पर शुल्क बढ़कर 20 प्रतिशत होने पर गोदरेज एप्लायसेंस के व्यापार प्रमुख तथा कार्यकारी उपाध्यक्ष कमल नंदी ने कहा, ‘‘माइक्रोवेव ओवेन की कीमत में 400 से 500 रुपए की वृद्धि होगी। इससे अल्पकाल में मांग पर असर पड़ेगी।’’ एेपल की वेबसाइट के अनुसार कंपनी ने भी शुल्क वृद्धि के बाद आईफोन के विभिन्न माडल के दाम 3,720 रुपए तक बढ़ा दिए हैं।       

 

Advertising