LED बल्ब की कीमत और कम करें कंपनियां: गोयल

Wednesday, Oct 05, 2016 - 07:17 PM (IST)

नई दिल्लीः ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने बिजली के बल्ब बनाने वाली कंपनियों से एल.ई.डी. की कीमत और कम करने की अपील करते हुए आज कहा कि वे इसे समाज सेवा के तौर पर देखें तथा मुनाफा अन्य उत्पादों से कमाएं। 

गोयल ने लाइटिंग उत्पादों की अंतर्राष्ट्रीय प्रदर्शनी लाइट इंडिया, 2016 का उद्घाटन करने के मौके पर कहा, "एल.ई.डी. का विनिर्माण कोई कारोबार नहीं है। यह समाज सेवा है। इसमें मुनाफा कमाना अब इतिहास की बात हो गई है।" उन्होंने कहा कि पिछले 2 साल में देश में एल.ई.डी. के दाम कम हुए हैं लेकिन सरकार चाहती है कि इनकी कीमतें और कम हों। उन्होंने इसे कॉपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के तौर पर देखने के लिए कहा तथा सलाह दी कि वे अन्य उत्पादों पर मुनाफा कमा सकती हैं।"

वहीं, कंपनियों ने सरकार से कहा कि ई.ई.एस.एल. के बेहद सस्ते दाम पर एल.ई.डी. बेचने से निजी कंपनियों के उत्पाद बाजार में नहीं बिक रहे हैं। बजाज इलैक्ट्रिकल्स लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक शेखर बजाज ने गोयल से कहा कि सरकारी उपक्रम ई.ई.एस.एल. ने अपना काम कर दिया है। उसने एल.ई.डी. को घर-घर पहुंचा दिया है और अब उसे वाणिज्यिक कारोबार से हट जाना चाहिए। 

उल्लेखनीय है कि ई.ई.एस.एल. 50 रुपए में एल.ई.डी. बल्ब बेच रही है जबकि निजी कंपनियां इसे 100 रुपए या उससे भी ज्यादा कीमत पर बेच रही हैं। गोयल ने कंपनियों से नवाचाार पर और काम करने की अपील करते हुए कहा कि देश की जरूरत सी.सी.टी.वी. कैमरा वाली फैंसी लाइटें नहीं हैं। उसकी तात्कालिक जरूरत कम ऊर्जा खपत वाले बल्ब हैं जो सस्ते भी हों। उन्होंने कंपनियों से जल्द से जल्द पारंपरिक तथा सी.एफ.एल. बल्बों का उत्पादन बंद करने की अपील की। हालांकि, उन्होंने डंडे के जोर से इनका उत्पादन बंद कराने की संभावना को खारिज कर दिया। केंद्रीय मंत्री ने कंपनियों से स्ट्रीट लाइटों में नई तकनीकों के इस्तेमाल तथा अधिक से अधिक संख्या में एल.ई.डी. स्ट्रीट लाइटें बनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार ग्रामीण इलाकों में अगले एक से डेढ़ साल में साढ़े 3 करोड़ एल.ई.डी. स्ट्रीट लाइट लगाने की योजना बना रही है। इसलिए इस क्षेत्र में काफी ज्यादा अवसर आने वाले हैं।  

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