अब पिस्ता की खेती होगी राजस्थान मेंः वसुंधरा राजे

Wednesday, Nov 16, 2016 - 04:02 PM (IST)

नई दिल्लीः राजस्थान सरकार जैतून, ड्रैगन फ्रूट के अलावा अब पिस्ता की खेती भी कराएगी। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इसकी घोषणा की। उन्होंने कहा कि राज्य में देश का केवल एक फीसदी से कुछ अधिक पानी ही मौजूद है। इसलिए सरकार किसानों को कम सिंचाई वाली फसलों को उगाने को प्रोत्साहित कर रही है। पिस्ता की खेती के लिए वियतनाम से बीज मंगाए जाएंगे। इसके अलावा राज्य सरकार ने जीएम सरसों के मामले में गुरुवार को ग्राम कार्यक्रम में साफ कर दिया कि सरकार जीएम सरसों के पक्ष में नहीं है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि जिन फसलों को सिंचाई की अधिक जरूरत पड़ती है, वैसी फसलें राजस्थान में संभव नहीं है। ऐसे में जो इस तरह की खेती जैसे धान, गन्ना आदि बो रहा है, उसके स्थान पर अब सरकार कम सिंचाई वाली फसलों को उगाए जाने पर जोर दे रही है। प्रदेश में काफी समय से जैतून की खेती हो रही है। इसके अलावा इस साल अप्रैल में अमरीकन ड्रैगन फ्रूट की खेती भी प्रायोगिक तौर पर शुरु की गई। इनके बाद अब सरकार राज्य में पिस्ता की खेती के लिए भी संभावनाएं तलाश रही हैं। उन्होंने बताया कि राजस्थान का हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर वियतनाम के पिस्ता खेती वाले क्षेत्रों जैसे ही हैं। इसलिए सरकार वहां से पिस्ता बीज मंगाकर इन जनपदों में पिस्ता की खेती का प्रयोग शुरू करेगी। बता दें कि भारत में अभी तक पिस्ता का विभिन्न देशों से आयात ही किया जाता है।

राजस्थान वन विभाग ने इस साल 26 लाख पेड़ लगवाएं हैं ताकि पर्यावरण का बचाव हो सके और भूमि कटाव रुक सके। सरकार वाटर हार्वेस्टिंग के क्षेत्र में काफी काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले साल 3200 गांवों में वाटर हार्वेस्टिंग के लिए चिन्हित किया था। इनमें से 3000 गांवों में वाटर हार्वेस्टिंग का काम पूरा हो चुका है। राजे ने बताया कि इस साल के लिए वाटर हार्वेस्टिंग के लिए 4200 गांवों का लक्ष्य रखा है।

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