पैट्रोल पंपों पर ई-वॉलेट से सुरक्षा की चिंता बढ़ी

Saturday, Dec 10, 2016 - 12:58 PM (IST)

नई दिल्लीः अगर आप मोबाइल वॉलेट के जरिए पैट्रोल पंपों पर भुगतान कर रहे हों तो यह सरकार के डिजिटल लेनदेन या नकदी रहित कदम में योगदान होगा लेकिन पैट्रोल पंपों पर ऐसा सुरक्षा के लिहाज से खतरनाक साबित हो सकता है। मोबाइल वॉलेट ऐप्लीकेशन मोबाइल फोन पर उपलब्ध होते हैं और पैट्रोल पंपों पर मोबाइल के इस्तेमाल की मनाही होती है। वजह, दूरसंचार तरंगों से चिंगारी भड़क सकती है और बड़ी दुर्घटना हो सकती है। ऐसे में कई विशेषज्ञ पैट्रोल पंपों पर मोबाइल वॉलेट के इस्तेमाल को बड़ी चिंता बता रहे हैं।

पैट्रोल पंप पर नहीं होनी चाहिए मोबाइल की अनुमति
हालांकि मोबाइल वॉलेट के साथ ही तेल विपणन कंपनियों का भी दावा है कि वे सभी सुरक्षा मानकों का पालन करती हैं और अब तक ऐसी कोई घटना नहीं हुई है लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि पैट्रोल पंपों पर मोबाइल फोन के इस्तेमाल की अनुमति नहीं होनी चाहिए। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'नकदी रहित लेनदेन से अर्थव्यवस्था को काफी लाभ हो सकता है। लेकिन पैट्रोल पंप परिसर में मोबाइल फोन के इस्तेमाल से बड़ी दुर्घटना हो सकती है।'

6 मीटर के दायरे में न करें पंप पर भुगतान  
हिंदुस्तान पैट्रोलियम कॉरपोरेशन की वेबसाइट पर मौजूद सुरक्षा निर्देशों में पैट्रोलियम एवं एक्सप्लोसिव सुरक्षा संगठन (पी.ई.एस.ओ.) नियमों का उल्लेख करते हुए बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा गया है 'पैट्रोल पंप परिसरों में मोबाइल फोन स्विच ऑफ रखें।' इंडियन ऑयल के प्रवक्ता ने कहा, ' हमारे 1200 पैट्रोल पंपों पर मोबाइल वॉलेट की सुविधा है। लेकिन हमने निर्देश दिया है कि भुगतान पंप से 6 मीटर के दायरे में नहीं लिया जाना चाहिए।' अधिकांश पैट्रोल पंपों पर पेटीएम और फ्रीचार्ज जैसे मोबाइल वॉलेट को स्वीकार किए जा रहे हैं। पेटीएम के प्रवक्ता ने कहा, 'हम यह सुनिश्चित करते हैं कि पैट्रोल पंपों पर पेटीएम स्वीकार करने वाला हर सदस्य सुरक्षा और लेनदेन के बारे में प्रशिक्षित हो और पीईएसओ द्वारा निर्धारित दूरी का पालन करें।'

पंप पर नकदी रहित बिक्री 44% बढ़ी
फ्रीचार्ज के प्रवक्ता ने कहा, 'फ्रीचार्ज ऐप बिना इंटरनेट या दूरसंचार कनेक्शन के भी काम करता है और पैट्रोल पंपों पर इसका सुरक्षित तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है।' पैट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी नकदी रहित पैट्रोलियम बिक्री को बढ़ावा दे रहे हैं। 2 दिसंबर से पैट्रोल पंपों पर नकदी रहित बिक्री 44 फीसदी तक बढ़ी है जबकि नोटबंदी से पहले इसकी हिस्सेदारी औसतन 20 फीसदी थी। हालांकि 8 नवंबर से 1 दिसंबर के बीच नकदी रहित बिक्री घटकर 13 से 15 फीसदी रह गई थी क्योंकि वहां पर 500 और 1000 के पुराने नोट स्वीकार किए जा रहे थे। लेकिन 2 दिसंबर से 1,000 रुपए के नोट लेने बंद हो गए और शनिवार से 500 रुपए के पुराने नोट भी पैट्रोल पंपों पर नहीं चलेंगे।

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