कंगाल पाकिस्तान ने PIA की बिक्री के लिए खोले सारे पत्ते, खरीदारों के लिए ऑफर्स की झड़ी
punjabkesari.in Saturday, Apr 26, 2025 - 12:59 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः आर्थिक तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान ने अपनी सरकारी एविएशन कंपनी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) की बिक्री के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। पिछली दो नाकाम कोशिशों के बाद अब सरकार ने PIA में 100% हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है। खरीदारों को लुभाने के लिए टैक्स छूट से लेकर कानूनी सुरक्षा तक कई आकर्षक ऑफर्स पेश किए गए हैं। बावजूद इसके खरीदारों की कमी पाकिस्तान सरकार की चिंता बढ़ा रही है। इस बार सरकार को उम्मीद है कि नए ऑफर्स के दम पर कोई मजबूत निवेशक आगे आएगा और इस डूबती एयरलाइन को सहारा देगा।
अब पूरी हिस्सेदारी मिलेगी
अब जो भी निवेशक PIA खरीदेगा, उसे कंपनी का पूरा नियंत्रण मिलेगा। इससे पहले सरकार आंशिक हिस्सेदारी बेचने पर जोर दे रही थी। PIA के लिए बोली लगाने की आखिरी तारीख 3 जून 2025 तय की गई है और नीलामी अक्टूबर से दिसंबर 2025 के बीच संपन्न होने की संभावना है।
पिछली दो नाकाम कोशिशें
पाकिस्तान सरकार ने इससे पहले अक्टूबर 2024 और अप्रैल 2025 में दो बार PIA को बेचने का प्रयास किया था लेकिन दोनों ही बार अपेक्षित सफलता नहीं मिली। पहली बार सरकार को केवल एक बोली प्राप्त हुई थी, जिसकी कीमत लगभग $36 मिलियन थी, जो निर्धारित मूल्य $305 मिलियन से काफी कम थी। कर्ज और टैक्स से जुड़ी जटिलताओं के कारण निवेशकों ने भी ज्यादा रुचि नहीं दिखाई।
नए ऑफर्स और छूट का ऐलान
अब निवेशकों को लुभाने के लिए पाकिस्तान सरकार ने कई आकर्षक छूटों का ऐलान किया है:
- नई एयरक्राफ्ट की खरीद या लीजिंग पर लगने वाले 18% जनरल सेल्स टैक्स (GST) से छूट मिलेगी।
- सरकार, PIA की आर्थिक स्थिति सुधारने में मदद करेगी।
- टैक्स और कानूनी विवादों से सुरक्षा प्रदान की जाएगी।
बोलीदाताओं के लिए नए नियम
सरकार ने बोली लगाने के नियम भी आसान किए हैं। अब मौजूदा एयरलाइंस कंपनियां भी PIA के लिए बोली लगा सकती हैं, बशर्ते वे निर्धारित वित्तीय मानदंडों को पूरा करें। एयरलाइन सेक्टर से बाहर की कंपनियों के लिए यह जरूरी होगा कि उनकी सालाना कमाई कम से कम 200 अरब रुपये हो, जिसका प्रमाण उन्हें दिसंबर 2023 या उसके बाद के ऑडिटेड वित्तीय रिकॉर्ड से देना होगा।
भारत के साथ बढ़ते तनाव का असर
इस बीच, भारत के पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने भारतीय एविएशन कंपनियों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है। ऐसे में सरकार PIA को बेचने के लिए आक्रामक तरीके से रणनीति अपना रही है।