भारत से ज्यादा प्रॉपर्टी चीन में मैनेज कर रही है ओयो, 1.80 लाख रूम पर कर लिया कब्जा

Wednesday, Nov 21, 2018 - 02:21 PM (IST)

नई दिल्लीः ओयो होटल्स एंड होम्स भारत की तुलना में चीन में कहीं तेजी से आगे बढ़ रही है। जापान के सॉफ्टबैंक के निवेश वाली हॉस्पिटैलिटी चेन ने दुनिया की दूसरे सबसे बड़ी इकनॉमी में बिजनेस बढ़ाने की रफ्तार तेज कर दी है। गुड़गांव की ओयो की कीमत सितंबर के आखिर फंडिंग राउंड में 5.5 अरब डॉलर लगाई गई थी। अभी यह चीन में लीज और फ्रेंचाइजी रूट से 4,000 प्रॉपर्टी में 1.80 लाख कमरे मैनेज कर रही है। इसका मतलब यह है कि सितंबर की तुलना में चीन में कंपनी की तरफ से मैनेज किए जा रहे कमरों की संख्या में दोगुनी बढ़ोतरी हुई है। इसके उलट छह साल पुरानी कंपनी भारत और दक्षिण एशिया में 1.49 लाख रूम मैनेज कर रही है। 

चीन की टॉप 10 होटल चेन में हुई शुमार
कंपनी के सीईओ रितेश अग्रवाल ने बताया, 'भारत और चीन हमारे होम मार्केट हैं। सिर्फ एक साल में हम चीन में टॉप-10 होटल चेन में शामिल हो गए हैं। हमारी असेट्स में वहां एवरेज ऑक्युपेंसी बढ़ी है। यह 25 पर्सेंट से 60-70 पर्सेंट तक है।' ओयो ने आधिकारिक तौर पर नवंबर 2017 में चीन में कामकाज शुरू किया था और अब वह वहां के 265 शहरों में मौजूद हैं। ऑनलाइन कॉमर्स सेक्टर पर नजर रखने वाले एक्सपर्ट्स का कहना है कि चीन में ओयो का एक्सपैंशन कमाल की बात है। पहली बार किसी भारतीय इंटरनेट कंपनी ने वहां इतनी सफलता हासिल की है। 

चीन में जमाई धाक
ईवाई में ई-कॉमर्स और कंज्यूमर इंटरनेट के नैशनल लीडर और पार्टनर अंकुर पाहवा ने बताया, 'ओयो भारत की पहली सफल इंटरनेट कंपनी है, जो चीन में जगह बनाने में सफल रही है। चीन बहुत बड़ा बाजार है।' चीन पर ओयो काफी ध्यान दे रही है। उसने वहां लोकल लीडरशिप टीम बनाई है। इसके लिए दूसरी बड़ी कंज्यूमर टेक्नोलॉजी कंपनियों से लोगों को लाया गया है। ओयो ने विल्सन ली को चीन में अपने बिजनेस के लिए चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर बनाया है। उससे पहले ली लिस्टेड कार रेंटल कंपनी कार इंक में फाइनेंस और ऑपरेशंस देख रहे थे। वह गूगल और उबर के एग्जिक्यूटिव जिया झू को टेक्नोलॉजी हेड के तौर पर जोड़ने में सफल रही है। इसी महीने कंपनी ने इंडियो के पूर्व प्रेजिडेंट आदित्य घोष को भारत और दक्षिण एशिया का सीईओ अप्वाइंट किया था। ओयो के चीन में करीब 5,500 फुल टाइम एंप्लॉयीज हैं और 6,000 लोग उसके लिए कॉन्ट्रैक्ट बेसिस पर काम कर रहे हैं। 
 

jyoti choudhary

Advertising