OPEC के इस फैसले से कच्चे तेल की कीमतों में लगी आग, सस्ते पेट्रोल-डीजल के लिए बढ़ा इंतजार

Friday, Mar 05, 2021 - 11:13 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में फिर जोरदार तेजी देखने को मिल रही है। गुरूवार को क्रूड आयल में 2 साल की सबसे बड़ी तेजी रही। ब्रेंट क्रूड करीब 4.8 फीसदी बढ़कर 67 डॉलर प्रति बैरल का स्तर पार चला गया। आज यह 67.50 डॉलर तक मजबूत हुआ। वहीं WTI क्रूड भी 4.2 फीसदी बढ़कर 63.83 डॉलर प्रति बैरल तक मजबूत हुआ। असल में ओपेक प्लस देशों की गुरुवार को हुई बैठक में क्रूड ऑयल प्रोडक्शन बढ़ाने पर मुहर नहीं लग पाई है। इस खबर के बाद कच्चे तेल की कीमतों में जोरदार तेजी आई है। एक्सपर्ट का कहना है कि क्रूड में और तेजी बढ़ सकती है, जिससे पेट्रोल-डीजल के सस्ता होने का इंतजार और बढ़ सकता है। फिलहाल शुक्रवार 5 मार्च को पेट्रोल और डीजल में कोई बदलाव नहीं हुआ है। दिल्ली में पेट्रोल 91.17 रुपए और डीजल 81.47 रुपए प्रति लीटर पर स्थिर रहा।

वर्तमान स्तर को बनाए रखने का फैसला
तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक और अन्य सहयोगी देशों ने अपने मौजूदा कच्चे तेल की उत्पादन क्षमता में अप्रैल तक कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया है। साथ ही निर्णय किया है कि कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती जारी रहेगी। न्यूज एजेंसी के मुताबिक उनका यह फैसला ऐसे समय आया है जबकि कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के संक्रमण के चलते आर्थिक गतिविधियां कमजोर बने रहने की चिंता बरकरार है। रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी अरब की अगुवाई में ओपेक देशों और रूस के लीडरशिप में ओपेक के सहयोगी तेल उत्पादक देशों की ऑनलाइन मीटिंग में तेल उत्पादन में कटौती की वर्तमान सहमति को बनाए रखा गया।

दस लाख बैरल की कटौती 
इसमें सबसे खास बात यह है कि दुनिया का सबसे बड़ा तेल उत्पादक सऊदी अरब रोजाना 10 लाख बैरल की कटौती कम से कम अप्रैल तक जारी रखेगा। ताजा करार के तहत रुस और कजाकिस्तान तेल का उत्पादन थोड़ा बढ़ा सकते हैं। बता दें कि माना जा रहा था कि ओपक और उसके सहयोगियों की तरफ से उत्पादन में बढ़ोत्तरी का फैसला किया जा सकता है। फिलहाल अमेरिकी बाजार में कच्चे तेल का वायदा भाव कल 5.6 फीसदी उछलकर 64.70 डॉलर प्रति बैरल पर चला गया। रूस के उप प्रधानमंत्री एलेक्जेंडर नोवाक ने ‘सतर्कता के साथ उम्मीद जताई’ के कच्चे तेल के बाजार में स्थिरता आ रही है।

टूटी सस्ते तेल की उम्मीद 
ओपेक देशों के इस फैसले से भारत की सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सरकार को उम्मीद थी कि उत्पादन बढ़ने पर कीमतों में कमी आएगी और टैक्स कम नहीं करना पड़ेगा। गुरुवार को मीटिंग से पहले पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ओपेक देशों से कहा कि उत्पादन बढ़ाकर कीमतों में ठहराव लाया जाए। हालांकि इस बीच भारत में पेट्रोल डीजल पर जीएसटी लगाने की मांग उठ रही है। जिससे कीमतों में भारी गिरावट आने की संभावना जताई जा रही है। 

भारत में रिकॉर्ड हाई पर पेट्रोल-डीजल
भारत में इस साल पेट्रोल और डीजल की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी आई है। राजस्थान में नॉर्मल पेट्रोल 100 रुपए प्रति लीटर के पार बिक रहा है। ऐसा पहली बार हुआ है जब नॉर्मल पेट्रोल का भाव देश में 100 रुपए के पार गया है। वहीं दिल्ली और मुंबई सहित ज्यादातर शहरों में पेट्रोल और डीजल अपने रिकॉर्ड हाई पर हैं। दिल्ली में पेट्रोल 91 रुपए प्रति लीटर के पार तो डीजल 81 रुपए प्रति लीटर के पार बिक रहा है।
 

jyoti choudhary

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