GST के 2 महीने पूरे, हजारों में से सिर्फ 15 कंपनियों ने ही घटाए दाम

Friday, Sep 01, 2017 - 04:08 PM (IST)

नई दिल्लीः जी.एस.टी. लागू होने के 60 दिन पूरे हो चुके हैं लेकिन आम आदमी तक इसका लाभ नहीं पहुंच रहा है। जी.एस.टी. में आम जरूरत की कई वस्तुओं के दाम कम हुए हैं, लेकिन उपभोक्ता पुराने दामों पर चीज खरीदने को मजबूर हैं। इसका सीधा फायदा कंपनियों को हो रहा है। उपभोक्ता मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक जी.एस.टी. लागू होने के बाद 50 हजार में से सिर्फ 15 कंपनियों ने ही दाम घटाए हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार जिन 15 कंपनियों ने जी.एस.टी. के बाद अपने उत्पादों के दाम कम भी किए हैं, उनमें अधिकतर खेल का सामान बनाने वाली कंपनियां हैं।

नहीं बदला MRP
उन्होंने कहा कि कुछ कंपनियों ने उत्पाद का दाम बढ़ने के बावजूद एम.आर.पी. नहीं बदला, क्योंकि पहली एम.आर.पी. में टैक्स शामिल थे। इसलिए कंपनियों ने नए दाम नहीं लिखे। जी.एस.टी. लागू होने के बाद 55 शिकायतें उपभोक्ता मंत्रालय को मिली हैं, जिनमें एमआरपी से ज्यादा दाम वसूलने की बात कही गई है। बता दें कि उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखते हुए जी.एस.टी. लागू होने के बाद दाम बढ़ने या घटने की स्थिति में वस्तुओं पर नई एम.आर.पी. लिखने का प्रावधान किया गया था। ताकि उपभोक्ताओं के साथ धोखाधड़ी न हो सके।

ग्राहकों को नहीं मिला लाभ
उत्तर प्रदेश में किसी भी कंपनी ने दाम घटने या बढ़ने पर नई एम.आर.पी. नही लिखी। उत्तराखंड में 19 कंपनियों ने दाम बढ़ने पर उत्पाद पर नया मूल्य दर्ज किया। लेकिन दाम नहीं घटाए। बिहार में 13 और कंपनियों ने अपने उत्पाद पर बढ़ी हुई एम.आर.पी. लिखी। जबकि दो कंपनियों ने दाम घटने का फायदा उपभोक्ताओं तक पहुंचाया। झारखंड में तीन कंपनियों ने दाम में कोई बदलाव नहीं किया।

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