रिटेल मार्कीट में सस्ता हो सकता है प्याज

Tuesday, Oct 24, 2017 - 09:48 AM (IST)

नई दिल्लीः त्यौहारी सीजन में 50 रुपए किलो तक पहुंच चुका प्याज जल्द ही राहत दे सकता है। थोक मंडियों में अब प्याज की सप्लाई बढ़ गई है जिसकी वजह से थोक मार्कीट में कीमतें 40 रुपए किलो के आसपास आ गई हैं। ऐसे में जल्द ही रिटेल मार्कीट में प्याज की कीमतें गिरने की संभावना बन गई है।

लासल गांव मंडी में 14 प्रतिशत कम हुए दाम
महाराष्ट्र की लासल गांव मंडी में अक्तूबर के दूसरे सप्ताह प्याज की थोक कीमतें 2286 प्रति क्विंटल थीं। इस सप्ताह थोक कीमत घटकर 1955 रुपए प्रति क्विंटल हो गई है। एक सप्ताह के भीतर कीमतों में 14 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है। देश की सबसे बड़ी मंडी में कीमतें गिरने का असर सीधे तौर पर रिटेल मार्कीट में होगा।

दिल्ली मंडी में 20 प्रतिशत गिरे दाम
इसी तरह से दिल्ली की आजादपुर मंडी में अक्तूबर के पहले सप्ताह में प्याज की थोक कीमत 2086 रुपए प्रति क्विंटल थी जो अक्तूबर के दूसरे सप्ताह में 1725 और इस सप्ताह 1681 रुपए प्रति क्विंटल हो गई। इस तरह से देखें तो अक्तूबर के पहले सप्ताह से अभी तक प्याज के थोक दाम में तकरीबन 20 प्रतिशत की गिरावट आई है। नई फसल की आवक बढ़ने से फुटकर में कीमतें और कम हो सकती हैं।

क्या है वजह
सितम्बर के आखिर और अक्तूबर के पहले सप्ताह में प्याज की कीमतें बढऩे की प्रमुख वजह सप्लाई में कमी आना था। दक्षिण भारत के राज्यों में तेज बारिश के चलते किसान नई फसल नहीं निकाल पा रहे थे। इसकी वजह से महाराष्ट्र पर दबाव बढ़ा और ज्यादा डिमांड होने के चलते कीमतें बढऩे लगीं। अब हालात सुधर गए हैं, मंडियों में आवक बढ़ने लगी है।

दोगुनी हुई आवक
दिल्ली में राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक तक से प्याज आता है। अक्तूबर के पहले सप्ताह में यहां से सप्लाई कम होने के चलते प्याज की थोक कीमतें बढ़ गई थीं। अगर 9 अक्तूबर के आंकड़े देखें तो उस दिन दिल्ली की आजादपुर मंडी में करीब 565 टन प्याज आया था। उस दौरान प्याज की थोक कीमतें 2086 प्रति क्विंटल पहुंची हुई थीं। वहीं 18 अक्तूबर को आजादपुर मंडी में 1274 टन प्याज आया। सप्लाई बढऩे से कीमतें काबू में आ गई हैं।

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