भारत में बढ़ी करोड़पतियों की संख्या, आय में आई गिरावटः IT विभाग

Thursday, Dec 21, 2017 - 11:45 AM (IST)

नई दिल्लीः कर निर्धारण वर्ष 2015-16 में ऐसे आयकरदाताओं की संख्या में 23.5 प्रतिशत का इजाफा हुआ है जिन्होंने अपनी कर रिटर्न में एक करोड़ रुपए से अधिक की आमदनी की घोषणा की। हालांकि, करोड़पतियों की संख्या में इजाफा हुआ है, लेकिन इससे पिछले साल की तुलना में उनकी कुल आमदनी में 50,889 करोड़ रुपए की कमी आई है। आयकर विभाग ने निर्धारण वर्ष 2015-16 (एक अप्रैल, 2014 से 31 मार्च 2015) के आंकड़े जारी किए।  इससे पता चलता है कि 59,830 लोगों ने अपनी आय को वर्ष के दौरान एक करोड़ रुपए से अधिक बताया है। इन लोगों की कुल आमदनी 1.54 लाख करोड़ रुपए रही।

1 करोड़ रुपए से अधिक की आय वालों की संख्या
निर्धारण वर्ष 2014-15 में एक करोड़ रुपए से अधिक की आय वाले लोगों की संख्या 48,417 रही। हालांकि, इन लोगों की कुल आय अधिक यानी 2.05 लाख करोड़ रुपए रही थी। देश में 1.20 अरब नागरिकों में से निर्धारण वर्ष 2015-16 के दौरान 4.07 करोड़ ने आयकर रिटर्न भरा जिसमें से 82 लाख लोग ऐसे रहे जिनकी आमदनी शून्य या 2.5 लाख रुपए से कम थी। इससे पिछले निर्धारण वर्ष 2014-15 में कुल 3.65 करोड़ लोगों ने आयकर रिटर्न भरा। इनमें से 1.37 करोड़ लोगों की आय शून्य से 2.5 लाख रुपए अथवा उससे कम रही।

वार्षिक आय के दायरे में 1.33 करोड़ लोग
निर्धारण वर्ष 2015-16 में सभी व्यक्तिगत आयकर दाताओं की सामूहिक आय 21.27 लाख करोड़ रुपए रही। इससे पिछले वर्ष में यह 18.41 लाख करोड़ रुपए रही थी। आकलन वर्ष 2015-16 में सबसे अधिक 1.33 करोड़ लोग 2.5 से 3.5 लाख रुपए की वार्षिक आय के दायरे में थे। इस साल के दौरान 55,331 लोग ऐसे थे जिनकी आय एक से पांच करोड़ रुपए के बीच रही। इसके साथ ही 3,020 लोग ऐसे थे जिनकी आय पांच से दस करोड़ रुपए थी। इससे आगे 1,156 लोग ऐसे थे जिनकी वार्षिक आय 10 से 25 करोड़ रुपए थी।

सिर्फ 1 व्यक्ति के पास 500 करोड़ से ज्यादा आय
निर्धारण वर्ष 2015-16 में सिर्फ एक व्यक्ति ऐसा था जिसकी आय 500 करोड़ रुपए से अधिक रही। इस व्यक्ति ने वर्ष के लिये 721 करोड़ रुपए की आय घोषित की। इससे पिछले साल इस श्रेणी में सात लोग शामिल थे, जिनकी सामूहिक आय 85,183 करोड़ रुपए थी। इसी तरह 100 से 500 करोड़ रुपए की आय की श्रेणी वाले व्यक्तिगत आयकरदाताओं की संख्या 31 पर पहुंच गई। इनकी सामूहिक आय 4,175 करोड़ रुपए रही। इससे पिछले साल ऐसे लोगों की संख्या 17 थी और उनकी कुल आय 2,761 करोड़ रुपए थी। 

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