3.5 लाख करोड़ के दबाव वाले कर्ज को बैंकों ने नहीं किया NPA घोषित

Wednesday, Feb 06, 2019 - 11:17 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः करीब 3.5 लाख करोड़ रुपए या 3.9 प्रतिशत दबाव वाले कॉरपोरेट कर्ज को बैंकों के खातों में अभी तक ‘पहचान’ नहीं दी गई है और इसमें से 40 प्रतिशत के सितंबर, 2020 तक डूबा कर्ज बनने की संभावना है। एक रिपोर्ट में इस बारे में आगाह किया गया है। ये खाते सितंबर, 2018 तक कुल दबाव वाले 19.3 प्रतिशत या 13.5 से 14 लाख करोड़ रुपए तक के कॉरपोरेट ऋण का हिस्सा हैं।

इंडिया रेटिंग्स के सहायक निदेशक (बैंकिंग एवं वित्तीय संस्थान) जिंदल हरिया ने मंगलवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि कॉरपोरेट के 19.3 प्रतिशत दबाव वाले कर्ज का 3.9 प्रतिशत बैंकों के खातों में अभी तक ‘सामान्य’ कर्ज बना हुआ है। इसमें से डेढ़ से दो लाख करोड़ रुपए का कर्ज 2019-20 की दूसरी छमाही तक गैर निष्पादित आस्तियों (एनपीए) में बदल सकता है।’’

उन्होंने बताया कि इस 13.5 से 14 लाख करोड़ रुपए के दबाव वाले ऋण में से सितंबर, 2018 तक सिर्फ 10 लाख करोड़ रुपए के ऋण की ही ‘पहचान’ की गई है। जिंदल ने कहा कि बैंकों को इस डेढ़ से दो लाख करोड़ रुपए के ऋण के लिए 40,000 करोड़ रुपए का अतिरिक्त प्रावधान करने की जरूरत हो सकती है।

Isha

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