अब इस दिग्गज कंपनी पर छाया छंटनी का साया, हजारों लोग होंगे बेरोजगार

Tuesday, Jul 04, 2017 - 01:48 PM (IST)

नई दिल्लीः माइक्रोसॉफ्ट में छंटनी का साया मंडरा रहा है। ऑटोमेशन का असर अब यहां पर भी दिखने लगा है। कंपनी एक साल के भीतर अपने कई कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाने वाली है। कंपनी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और क्लाउड कम्प्यूटिंग पर आधारित सॉफ्टवेयर पर काम कर रही है, जिसके चलते कंपनी में काम कर रहे लोगों की संख्या में कमी की जा सकती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी क्लाउड सर्विस पर फोकस करने जा रही है और इस वजह से अपने मैनेजमेंट को रिस्ट्रक्चर करने की योजना पर गंभीरता से काम कर रही है।

इस बदलाव से सेल्स फील्ड में हजारों नौकरियों पर संकट के बादल छा गए हैं। 31 मार्च तक कंपनी में 121,567 कर्मचारी कार्यरत हैं। माइक्रोसॉफ्ट अब अपना फोकस सॉफ्टवेयर की जगह क्लाउड कंप्यूटिंग और बिजनेस सर्विस पर करने जा रही है। कंपनी के सीईओ सत्या नडेला ने कहा कि वो अब डिजिटल ट्रांसफोर्मेशन करने पर जोर रहेगा। नडेला ने कहा कि विश्व की बड़ी से लेकर के छोटी कंपनियां और एन.जी.ओ. भी माइक्रोसॉफ्ट के क्लाउड प्लेटफॉर्म का प्रयोग करने लगे हैं।

ई-मेल के जरिए कर्मचारियों को मिली जानकारी
कंपनी ने सोमवार को अपने कर्मचारियों को ई-मेल के जरिए इस बात की जानकारी दी है। ई-मेल के जरिए कंपनी ने कर्मचारियों को अपना प्लान बताया है जिसके मुताबिक, कमर्शियल सेल्स को दो सेग्मेंट में बांटा जाएगा- एक सेग्मेंट बड़े कस्टमर्स को टारगेट करेगी और दूसरा स्मॉल और मीडियम क्लाइंट पर फोकस करेंगे। कर्मचारियों को छह इंडस्ट्रीज के साथ अलाइंड किया जाएगा।

ये इंडस्ट्री हैं मैन्युफैक्चरिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज, रिटेल, हेल्थ, एजुकेशन और गवर्नमेंट। कर्मचारियों का फोकस इन चार कैटेगरी में मॉर्डन वर्कप्लेस, बिजनेस अप्लीकेशन, ऐप्स और इंफ्रास्ट्रक्चर और डेटा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में सॉफ्टवेयर बेचने पर होगा।
 

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