पहले भारत ने दी थी क्लीनचिट, उसके बाद दी गई चौकसी को नागरिकताः एंटीगुआ सरकार

Friday, Aug 03, 2018 - 02:12 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः पंजाब नेशनल बैंक में हुए करोड़ों रुपए के महाघोटाले के बाद देश से फरार भगोड़े मेहुल चौकसी को नागरिकता देने पर एंटीगुआ सरकार ने सफाई पेश की है। एंटीगुआ सरकार ने कहा कि भारत सरकार ने हीरा कारोबारी मेहुल चौकसी को क्लीन चिट दी थी उसके बाद ही उसे नागरिकता दी गई है।


 

भारत सरकार ने नहीं थी जानकारी
एंटीगुआ सरकार ने कहा है कि हमें चौकसी के खिलाफ ऐसी कोई भी सूचना नहीं दी गई थी जो उसे वीजा या नागरिकता देने के खिलाफ हो। भारत के किसी व्यक्ति या संस्थान ने उसके खिलाफ कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराई थी। चौकसी ने मई 2017 में एंटीगुआ की नागरिकता हासिल करने के लिए अर्जी दी थी। एंटीगुआ सरकार ने यह भी कहा है कि चौकसी के प्रत्यर्पण के लिए किसी भी वैध अनुरोध का सम्मान किया जाएगा।



चौकसी ने की थी घोटाले की प्लानिंग
गौरतलब है कि एंटीगुआ ने पुष्टि की है कि मेहुल चौकसी उनके देश में है। 13 हजार करोड़ से ज्यादा के पीएनबी घोटाले में नीरव मोदी के साथ मेहुल चौकसी भी आरोपी है। उसी ने फर्जीवाड़े की पूरी प्लानिंग की और आयात-निर्यात की आड़ में रकम का हेर-फेर किया। ईडी ने मुंबई की विशेष अदालत में दाखिल अपनी चार्जशीट में इन आरोपों का जिक्र किया है। चार्जशीट के मुताबिक, रकम के हेर-फेर में जिन कंपनियों का इस्तेमाल किया गया, उनके डायरेक्टर और पार्टनर डमी की तरह थे। सारे फैसले चौकसी लेता था।

Supreet Kaur

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