Air India को बेच दे मोदी सरकार, नीति आयोग ने दी सलाह

Wednesday, May 31, 2017 - 11:54 AM (IST)

नई दिल्लीः नीति आयोग ने केंद्र सरकार को घाटे में चल रही एयर इंडिया को बेचने की सलाह दी है। नीति आयोग ने सरकार से कहा कि इसे बेचने से जो भी धनराशि मिले, उसे स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी जरूरी मदों में खर्च किया जा सकता है। केंद्र सरकार ने खस्ता हाल हो रही सरकारी कंपनी एयर इंडिया को सुचारु रूप से चलाने के लिए नीति आयोग को एक रोड मैप तैयार करने को कहा था, जिसके बाद नीति आयोग ने बताया है कि सरकार घाटा देने वाली एयर इंडिया के रणनीतिक विनिवेश की तरफ आगे बढ़े।

कंपनी के विनिवेश का रोडमैप तैयार
नीति आयोग ने एयर इंडिया को बेचने को लेकर ग्राउंड वर्क तैयार कर लिया है। नीति आयोग की रिपोर्ट उस वक्त सामने आई है जब अरुण जेतली ने एयर इंडिया को प्राइवेट कंपनियों को सौंपने की तरफदारी की थी। जेतली ने कहा था कि जब 86 प्रतिशत विमान परिचालन प्राइवेट कंपनियां कर सकती हैं तो 100 प्रतिशत भी इसे प्राइवेट हाथों में दिया जा सकता है। हाल ही में पेश किए गए नीति आयोग की चौथी रिपोर्ट में एयर इंडिया के विनिवेश का रोडमैप तैयार किया गया है, जिसमें एयर इंडिया के 30 हजार करोड़ रुपए के लोन से बाहर निकले की बात कही गई है। नीति आयोग के इस रिपोर्ट में विनिवेश के जरिए एयरक्राफ्ट से संबंधित लोन और वर्किंग कैपिटल लोन को नए मालिक को ट्रांसफर करने का प्रस्ताव है।

एयर इंडिया पर 60 हजार करोड़ रुपए का कर्ज
एयर इंडिया के पास लगभग 60,000 करोड़ रुपये का कर्ज है, जिसमें करीब 21,000 करोड़ रुपए् एयरक्राफ्ट से जुड़े लोन है और करीब 8,000 करोड़ रुपए वर्किंग कैपिटल के रूप में शामिल हैं। पिछले 5 सालों में सरकार ने इस एयरलाइंस को 25,000 करोड़ रुपए दिए हैं और 2032 तक इतनी ही रकम और दिए जाने की बात कही है।

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