नए मालिक की प्रतीक्षा में ‘लक्ष्मी निवास’

Saturday, Sep 17, 2016 - 02:51 PM (IST)

मुंबईः मुम्बई का नेपियन सी रोड महानगर के पॉश इलाकों में से एक है। यहीं स्थित है लक्ष्मी निवास। इतिहास तथा विशिष्ट वास्तुशिल्प को संजोए समुद्र किनारे स्थित इस बंगले को अब अपने नए मालिक की प्रतीक्षा है।


मुंबई स्थित औपनिवेशकालीन बंगला लक्ष्मी निवास बिकने जा रहा है। इसमें किसी वक्त पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर राम मनोहर लोहिया, अरुणा आसफ अली, अच्युत पटवर्धन एवं जयप्रकाश नारायण जैसी देश की मशहूर राजनीतिक हस्तियां ठहर चुकी हैं।


बंगले को एक पारसी परिवार ने वर्ष 1904 में बनवाया था। जमीन-जायदाद परामर्श फर्म सी.बी.आर.ई. के अनुसार 10 वर्ष बाद यह बंगला कपाडिय़ा परिवार ने खरीद लिया था। इसके बाद से कपाडिय़ा परिवार की तीन पीढिय़ां इसमें रही हैं।


इस बंगले को बेचने के लिए सी.बी.आर.ई. को परामर्शदाता नियुक्त किया गया है।

एक सदी से अधिक पुराने इस बंगले के हर हिस्से में एक कहानी बसी है। विक्टोरियन शैली में बने इस बंगले का इंटीरियर, लकड़ी की घुमावदार सीढिय़ां, बड़ी बालकनियां तथा अस्तबल जिसे अब पार्किंग के रूप में प्रयोग किया जा रहा है, देखने वालों को आजादी से पहले के दौर में ले जाते हैं। 


20 हजार वर्ग फुट में फैले इस बंगले के सामने शेर की आकृतियों के रूप वाले परनाले तथा बंगले के ऊपर स्थित शेर की आकृतियां व लकड़ी के जंगले इसे एक स्मारक जैसा आभास प्रदान करतेे हैं। 


बंगले में टीकवुड की बीम्स तथा 17 फुट तक ऊंची लकड़ी की छतें हैं। लकड़ी से बने बंगले के फर्श में छोटे-छोटे सुंदर टुकड़े लगा कर सुंदर डिजाइन बने हैं जो प्रिंटेड टाइल्स से एकदम जुदा चीज है। 


रॉट आयरन की एक घुमावदार सीढ़ी लगभग 250 वर्ग फुट के एक छोटे से कमरे तक जाती है जहां कभी देश के महान स्वतंत्रता सेनानी रहे थे। इस कमरे में 3 खिड़कियां हैं जो बंगले में लगी टैराकोटा टाइल्स  वाली छत की ओर खुलती हैं। बंगले तथा अस्तबल के सामने प्लास्टर से बनी मोर तथा घोड़े की कलाकृतियां गुजरात के लकड़ी के वास्तुशिल्प की नकल हैं। 


इससे पहले हाल के वर्षों में मुम्बई में कुछ नामी बंगलों को भी नए मालिक मिले हैं। इनमें मेहरांगीर को 372 करोड़ रुपए में गोदरेज परिवार ने, लिंकन हाऊस को 750 करोड़ रुपए में सायरस पूनावाला और जटिया हाऊस को 425 करोड़ रुपए में कुमार मंगलम बिड़ला ने खरीदा था।

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