''पीएनबी में खामियों को दूर करने के लिए बनेगी नई प्रणाली''

Friday, Feb 23, 2018 - 06:08 PM (IST)

मुंबईः पंजाब नैशनल बैंक (पी.एन.बी.) की पूर्व प्रमुख उषा अनंतसुब्रमण्यन ने आज माना कि स्विफ्ट के मूल बैंकिंग प्रणाली (सीबीएस) से जुड़़ाव नहीं होना बैंक में 11,400 करोड़ रुपये के घोटाले की वजह हो सकती है। उन्होंने कहा कि बैंक को तत्काल अपनी निगरानी प्रणाली की नए सिरे से जांच कर किसी तरह की खामी को दूर करना चाहिए। अनंतसुब्रमण्यन फिलहाल इलाहाबाद बैंक की प्रबंध निदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं। उन्होंने कहा कि इलाहाबाद बैंक की स्विफ्ट प्रणाली भी सीबीएस से नहीं जुड़ी है और फिलहाल दोनों प्रणालियों को जोडऩे का काम चल रहा है।

देश के दूसरे सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक में 1.77 अरब डॉलर का घोटाला सामने आया है। अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने पीएनबी की मुंबई की ब्रैडी हाउस शाखा से धोखाधड़ीपूर्ण तरीके से साख पत्र (एलओयू) हासिल कर अन्य बैंकों की विदेशी शाखाओं से कर्ज लिया था। पी.एन.बी. में कथित तौर पर यह धोखाधड़ी 2011 में शुरू हुई थी।    

अनंतसुब्रमण्यन अगस्त, 2015 से मई 2017 के दौरान पी.एन.बी. की प्रबंध निदेशक व सीईओ थीं। वह जुलाई, 2011 से नवंबर, 2013 तक पी.एन.बी. की कार्यकारी निदेशक थीं। उन्होंने कहा कि जिन बैंकों ने अभी तक स्विफ्ट को सी.बी.एस. से नहीं जोड़ा है उन्हें रिजर्व बैंक ने इस प्रक्रिया को 30 अप्रैल, 2018 तक पूरा करने को कहा है। उन्होंने कहा कि यह समयसीमा हो सकती है लेकिन आज हर कोई लिंकेज आफ सोसायटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलीकम्युनिकेशन (स्विफ्ट) को सीबीएस से जोडऩा चाहता है।       

पिछले सप्ताह इंडियन बैंक एसोसिएशन (आईबीए) ने पी.एन.बी. घोटाले पर विचार विमर्श किया था। इस बैठक में अनंतसुब्रमण्यन के अलावा बैंक आफ इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ दीनबंधु मोहापात्रा, आईसीआईसीआई बैंक के मुख्य वित्त अधिकारी एन एस कन्नन और आईबीए के डिप्टी सीईओ बी राजकुमार भी मौजूद थे। 

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