निवेश जरूरतों को मिलकर पूरा कर सकते हैं: एडीबी प्रमुख
punjabkesari.in Thursday, May 03, 2018 - 03:00 PM (IST)
नई दिल्लीः एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के अध्यक्ष ताकेहिको नकाओ ने आज कहा कि एडीबी के लिए चीन की अगुवाई वाला एआईआईबी कोई खतरा नहीं है और दोनों संस्थान पूरे एशिया में बड़े पैमाने पर निवेश जरूरतों को पूरा करने में सहयोग कर सकते हैं।
बैंक की सालाना बैठक शुरू होने से पहले संवाददाता सम्मेलन में नकाओ ने कहा कि देशों के बीच जारी व्यापार विवाद चिंता का विषय है और व्यापार तथा निवेश के संदर्भ में अर्थव्यवस्थाओं को खोले रखने का हर संभव प्रयास होना चाहिए। एडीबी एशियाई देशों में गरीबी दूर करने के लिए वित्त और सहायता की जरूरतों के बदलते स्वरूप से निपटने के लिए दीर्घकालीन रणनीति ‘रणनीति 2030’ तैयार कर रहा है। इस बारे में नकाओ ने कहा कि नई रणनीति जलवायु परिवर्तन से जुड़े मुद्दों के साथ-साथ वित्त पोषण जरूरतों को पूरा करने के लिए निजी क्षेत्र को शामिल करने समेत अन्य बातों पर गौर करेगा। यह पूछे जाने पर कि क्या क्षेत्र में चीन के बढ़ते दबदबे के साथ एशियाई बुनियादी ढांचा निवेश बैंक (एआईआईबी) द्वारा आक्रमक तरीके से कर्ज देने को देखते हुए रणनीति 2030 तैयार की जा रही है।
नकाओ ने कहा, ‘‘कर्ज देने और हमसे कर्ज लेने के मामले में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में चीन काफी महत्वपूर्ण देश बनता जा रहा है। लेकिन रणनीति 2030 शुरू करने का यह कोई कारण नहीं है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘एशिया में कई सारी चीजें हो रही हैं, जिसको देखते हुए हम रणनीति तैयार कर रहे हैं। हमारे पास सीओपी-21, सतत विकास लक्ष्य है, ऐसा विचार है कि जलवायु परिवर्तन से जुड़े मुद्दों के कारण हमारे समक्ष विकट स्थिति पैदा हो सकती है और उसका समाधान जरूरी है। अत: रणनीति की समीक्षा के लिए कई कारण हैं।’’