मुश्किल में सरकारी बीमा कंपनियां! नैशनल, ओरिएंटल और यूनाइटेड इंडिया को 4200 करोड़ का नुक्सान

Tuesday, Aug 13, 2019 - 09:47 AM (IST)

नई दिल्लीः BSNL, एयर इंडिया की तरह ही सरकारी बीमा कंपनियां भी भारी घाटे में चल रही हैं। सरकारी बीमा कंपनी नैशनल इंश्योरेंस, ओरियंटल इंश्योरेंस और यूनाइटेड इंडिया को कुल 4200 करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। यह घाटा बाकी बची 23 कंपनियों के लाभांश से भी ज्यादा है। नैशनल इंश्योरेंसए ओरियंटल इंश्योरेंस और यूनाइटेड इंश्योरेंस ने हाल ही में अपने आर्थिक नतीजों का ऐलान किया है।

ऐसी खबरें हैं कि सरकार अब इन इंश्योरेंस कंपनियों के विलय या फिर इन्हें लिस्टेड करने पर विचार कर रही है। चूंकि इन कंपनियों की खराब फाइनेंशियल परफॉर्मेंस को देखते हुए इनमें बड़ी मात्रा में पूंजी लगाने की जरुरत है। गौरतलब है कि वित्तीय वर्ष 2018 की तुलना में वित्तीय वर्ष 2019 में इन कंपनियों की फाइनेंशियल परफॉर्मेंस बिल्कुल उलट गई है। वित्तीय वर्ष 2018 में उक्त तीनों कंपनियों के साथ ही न्यू इंडिया इंश्योरेंस ने कुल 2,543 करोड़ रुपए का लाभ कमाया था। उल्लेखनीय है कि वित्तीय वर्ष 2019 में प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियों ने 3,922 करोड़ रुपए का लाभ कमाया है।

पब्लिक सैक्टर की इंश्योरेंस कंपनियों के खराब प्रदर्शन के पीछे अंडरराइटिंग घाटे को बड़ी वजह माना जा रहा है। बता दें कि अंडरराइटिंग घाटा, वह राशि है, जिसे इंश्योरेंस कंपनी पॉलिसी के क्लेम के रुप में देती है। वहीं प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियों के कुल लाभांश में इस साल 8 प्रतिशत की कमी आई है। माना जा रहा है कि बीते साल इंश्योरेंस कंपनियों ने फसल बीमा के मामले में बहुत अच्छा किया था। जिससे कंपनियों का लाभ बढ़ाए लेकिन इस साल फ सल बीमा उतना अच्छा नहीं रहा, जिससे कंपनियों का लाभ पिछले साल के मुकाबले कुछ घटा है।
 

Supreet Kaur

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