जेट एयरवेज पर नरेश गोयल का नियंत्रण खत्म, बैंक संभालेंगे कमान

Friday, Feb 15, 2019 - 12:44 PM (IST)

मुंबईः देश की किफायती एयरलाइन विमान सेवा कंपनी जेट एयरवेज पर इसके फाउंडर-प्रमोटर नरेश गोयल का कंट्रोल खत्म होने वाला है। एयरलाइन कंपनी के बोर्ड ने उस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है, जिसमें बैंकों के समूह को इसका सबसे बड़ा शेयरधारक बनने की इजाजत देने की बात कही गई है। गोयल ने इस एयरलाइन की शुरुआत अप्रैल 1992 में की थी। इसमें अब गोयल का हिस्सा घटकर 20 प्रतिशत तक जा सकता है, जो अभी 51 प्रतिशत है। वहीं बोर्ड की ओर से मंजूरी वाले प्रस्ताव के मुताबिक, एतिहाद एयरवेज अपनी हिस्सेदारी 25 प्रतिशत से ज्यादा कर सकती है। 

गुरुवार को जेट के बोर्ड की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि एसबीआई (SBI) की अगुवाई में बैंक अपने कर्ज का एक हिस्सा इक्विटी में बदल देंगे और इस तरह वे सबसे बड़े शेयरधारक बन जाएंगे। 

जेट पर बैंकों का 8500 करोड़ रुपए का कर्ज
बयान में कहा गया कि बैंकों की अगुवाई में बनाया गया यह रिजॉल्यूशन प्लान करीब 8,500 करोड़ रुपए का फंडिंग गैप पूरा करेगा। इसे इक्विटी इंफ्यूजन, डेट रिस्ट्रक्चरिंग, सेल और लीज बैक/रीफाइनैंसिंग के उचित मिक्स के जरिए किया जाएगा। यह अभी साफ नहीं हुआ है कि इस डील का स्ट्रक्चर किस तरह तैयार किया जाएगा लेकिन यह साफ है कि कंपनी पर गोयल का कंट्रोल खत्म होने वाला है। 

शेयरधारकों की बैठक में ऑथराइज्ड कैपिटल बढ़ाने पर भी विचार
रिजॉल्यूशन प्लान पर जेट के शेयरधारकों की मंजूरी जरूरी होगी। शेयरधारकों की बैठक 21 फरवरी को होगी। बैंक अपने डेट को आरबीआई सर्कुलर के अनुसार एक रुपए के भाव पर कन्वर्ट करेंगे। इसका मतलब यह है कि जिन कंपनियों की बुक वैल्यू नेगेटिव हो, उनके लिए एक रुपए का प्राइस। 

शेयरधारकों की बैठक में कंपनी की ऑथराइज्ड कैपिटल बढ़ाने की मंजूरी भी ली जाएगी। एयरलाइन ने कहा कि बैंकों को 11.4 करोड़ शेयर अलॉट किए जाएंगे। उसने यह नहीं बताया कि कर्ज का कितना हिस्सा इक्विटी में बदला जाएगा या कितना नया फंड जुटाया जाएगा। एयरलाइन का इरादा ऑथराइज्ड शेयर कैपिटल को बढ़ाकर 2,200 करोड़ रुपए करने का है। इसमें 680 करोड़ रुपए इक्विटी कैपिटल के और 1,520 करोड़ रुपए प्रेफरेंस शेयर कैपिटल के होंगे। 
 

jyoti choudhary

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