मुकेश अंबानी की कंपनी को नहीं मिल पा रहा कोयला, अडानी को खुले बाजार से खरीदनी पड़ी बिजली

Tuesday, Feb 05, 2019 - 06:00 PM (IST)

नई दिल्लीः देश के सबसे रईस आदमी मुकेश अंबानी की कंपनी को कोयला नहीं मिल पा रहा है। जिसके चलते विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड का 600 मेगावाट का प्लांट कोल इंडिया से कोयले की आपूर्ति न होने के कारण जनवरी के मध्य से बंद है। वहीं, अडानी की कंपनी को भी खुले बाजार से बिजली खरीदनी पड़ रही है।

दरअसल, कोल इंडिया ने दिल्ली उच्च न्यायालय में चल रहे मुकदमे के कारण और कोयले के भुगतान के लिए आपूर्ति रोक दी है। जिसका सीधा असर अडानी इलेक्ट्रिसिटी पर पड़ा है। बीते साल अडानी इलेक्ट्रिसिटी ने ही रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के मुंबई डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस को संभाला था, क्योंकि उसे पावर एक्सचेंज और दूसरे सोर्सेज से 600 मेगावॉट बिजली खरीदनी पड़ी थी।

रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड से 600 मेगावाट की खरीद और अपने मुंबई के उपभोक्ताओं को आपूर्ति करने की व्यवस्था की थी। पिछले साल 29 दिसंबर को 300 मेगावाट की पहली इकाईबंद कर दी गई थी। जबकि इसी साल 19 जुलाई को 300 मेगावाट की एक और इकाई बंद हो गई है। अब इस कारण अडानी इलेक्ट्रिसिटी को बाहर से बिजली खरीदनी पड़ रही है।

अडानी की कंपनी वीआईपीएल से 4.38 रुपए प्रति यूनिट पर बिजली खरीद रही थी लेकिन कंपनी अब बाजार से 3.50 रुपए और 4 रुपयए प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीद रही है। इस बात की पुष्टि अडानी इलेक्ट्रिसिटी के प्रवक्ता ने भी की। 2014 में विदर्भ इंडस्ट्रीज पावर लिमिटेड ने खुद को बिजली उत्पादक घोषित किया था। हालांकि अब कंपनी ने अपनी श्रेणी में बदलाव किया है। यह बदलाव कोयले की उपलब्धता न होने के कारण की गई है। कंपनी अब ग्रुप कैपटिव पॉवर जनरेटर में बदल गई है।

jyoti choudhary

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