Morgan Stanley ने घटाया भारत का ग्रोथ रेट, 7.9% की दर से होगा विकास

Friday, Mar 11, 2022 - 10:51 AM (IST)

मुंबईः अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी मॉर्गन स्टेनली ने बृहस्पतिवार को वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भारत के वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर 7.9 प्रतिशत कर दिया है। कच्चे तेल की कीमतों पर रूस-यूक्रेन संघर्ष के असर को देखते हुए यह बदलाव किया गया है। मॉर्गन स्टेनली के विश्लेषकों ने भारत में मुद्रास्फीति के अनुमान को भी बढ़ाकर छह प्रतिशत कर दिया है जो कि भारतीय रिजर्व बैंक के संतोषजनक दायरे का ऊपरी स्तर है। इसके अलावा मौजूदा घटनाक्रम की वजह से मुद्रास्फीतिजन्य मंदी की आशंका भी जताई है।

ब्रोकरेज फर्म ने एक बयान में कहा, ‘‘हमारा मत है कि मौजूदा भू-राजनीतिक तनाव बाह्य जोखिमों को बढ़ा रहे हैं और अर्थव्यवस्था के लिए मुद्रास्फीति-जनित मंदी की आशंका भी पैदा हो रही है।’’ मुद्रास्फीति-जनित मंदी का आशय ऐसी स्थिति से है जब उत्पादन या वृद्धि में गतिहीनता आ जाए और मुद्रास्फीति भी ऊंचे स्तर पर बनी रहे।

विश्लेषकों ने चक्रीय पुनरुद्धार का रुझान कायम रहने की उम्मीद जताते हुए कहा कि ऐसा थोड़ा नरमी के साथ ही जारी रहेगा। उन्होंने भारत पर भू-राजनीतिक तनावों का कई तरह से असर पड़ने का जिक्र करते हुए कहा कि तेल एवं अन्य जिंसों के दामों में वृद्धि, व्यापार में गिरावट और कारोबारी धारणा को पहुंचे नुकसान से वित्तीय परिस्थितियां बिगड़ने की आशंका है। मॉर्गन स्टेनली के उलट रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए भारत का वृद्धि दर अनुमान 7.8 प्रतिशत पर बरकरार रखा है।
 

jyoti choudhary

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