Moody's को देना पड़ेगा भारी जुर्माना, गलत रेटिंग देने का दोष

punjabkesari.in Saturday, Jan 14, 2017 - 05:03 PM (IST)

न्यूयॉर्कः 2008 के फाइनेंशियल क्राइसेज के दौर में रेटिंग बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने के मामले में मूडीज कॉर्प. लगभग 5800 करोड़ रुपए (86.4 करोड़ डॉलर) का जुर्माना देने के लिए राजी हो गई है। रेटिंग एजेंसी जोखिम भरे मॉर्टगेज इन्वेस्टमेंट्स की रेटिंग बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने में दोषी पाई गई है।

सेटलमेंट का हुआ एेलान
जस्टिस डिपार्टमेंट ने शुक्रवार की इस डील के सेटलमेंट का एेलान किया। इसमें मूडीज द्वारा चुकाई जाने वाली रकम में से 43.75 करोड़ डॉलर जस्टिस डिपार्टमेंट और 42.63 करोड़ डॉलर 21 राज्यों और डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया को जाएंगे। मूडीज के साथ ही दो अन्य बड़ी रेटिंग एजेंसियों स्टैंडर्ड एंड पुअर्स और फिच को भी क्राइसेज से पहले रिस्की मोर्टगेज सिक्युरिटीज को लो रिस्क रेटिंग देने पर आलोचनाओं का शिकार होना पड़ा था।

एजेंसी ने मानी अपनी गलती
सेटलमेंट में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी रेटिंग एजेंसी ने माना कि उसने सिक्युरिटीज के रिस्क की रेटिंग देने के लिए अपने ही मानदंडों का पालन नहीं किया। मूडीज ने माना कि उसने कुछ फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स के लिए बहुत हल्के मानकों का इस्तेमाल किया और अपने प्रकाशित मानकों के मुकाबले उनमें कितना अंतर है, इसके बारे में पब्लिक को नहीं बताया गया।

रेटिंग मैथ्ड को होगा अलग से रिव्यू 
प्रिंसिपल डिप्टी एसोसिएट अटॉर्नी जनरल बिल बाइर ने कहा कि मूडीज अपने खुद के रेटिंग स्टैंडर्ड को लागू करने में असफल रही और एक बड़ी मंदी के समय में ट्रांसपेरेंसी का प्रदर्शन करने में भी असफल रही। सेटेलमेंट के मुताबिक, मूडीज ने क्रेडिट रेटिंग के डिजाइन में सुधार करने पर भी सहमति जताई है, जिसमें कॉमर्शियल और क्रेडिट रेटिंग फंक्शन को अलग अलग करना भी शामिल है। मूडीज ने विश्वास दिलाया है कि वह रेटिंग मैथ्ड को अलग से रिव्यू करेगा।
 


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