बैंक अकाउंट में नहीं हैं पैसे, फिर भी कर सकते हैं UPI पेमेंट, जानें कैसे?

Friday, Oct 23, 2020 - 05:12 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः यूपीआई यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) एक रियल टाइम पेमेंट सिस्टम है। भारत में मौजूद किसी भी यूपीआई ऐप (UPI App) में अपने बैंक अकाउंट को लिंक कर यूपीआई पेमेंट कर सकते हैं। इसका मतलब यह हुआ कि ऑनलाइन या ऑफलाइन मर्चेंट को यूपीआई के जरिए पेमेंट करने के लिए बैंक अकाउंट में पैसे होने चाहिए। आज हम आपको ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं, जिससे अगर आपके बैंक खाते में पैसे नहीं हैं तो भी आप यूपीआई पेमेंट कर सकते हैं और बाद में बकाया चुका सकते हैं। आइए जाने कैसे?

यह भी पढ़ें- Gold Silver Price: सोने की कीमतों में आया उछाल, चांदी हुई सस्ती

ICICI पे लेटर 
आईसीआईसीआई बैंक के पे लेटर अकाउंट (ICICI PayLater) अकाउंट के जरिए आप यूपीआई क्यूआर कोड को स्कैन कर मर्चेंट को भुगतान कर सकते हैं। यह सर्विस लगभग क्रेडिट कार्ड की तरह है। पे लेटर अकाउंट के जरिए पहले आप खर्च करते हैं और बाद में इसका पेमेंट बैंक को करते हैं।

यह भी पढ़ें- अनिल अंबानी की कंपनी ने किया कमाल, कोरोना के बीच हुई बंपर कमाई

किन्हें मिलेगी ICICI PayLater की सुविधा
यह सर्विस आईसीआईसीआई बैंक कस्टमर को मिलती है। आप iMobile, पॉकेट्स वॉलेट या इंटरनेट बैंक‍िंग के जरिए इस सर्विस को एक्टिवेट कर सकते हैं। इस खाते के एक्टिवेट होते ही आपको pl.mobilenumber@icici एक यूपीआई आईडी और एक पे लेटर अकाउंट नंबर मिल जाते हैं। खास बात है कि इस क्रेडिट सर्विस का इस्तेमाल यूपीआई के अलावा नेटबैंकिंग के जरिए भी कर सकते हैं।

ICICI PayLater से कैसे करें पेमेंट
पे लेटर अकाउंट के जरिए उसी मर्चेंट को पेमेंट किया जा सकता है जो यूपीआई या ICICI इंटरनेट बैंकिंग के जरिए पेमेंट को स्वीकार करते हैं। गौरतलब है कि यूपीआई तकनीक के जरिए आप अमेजन, पेटीएम, मोबिक्विक, फ्यूचर पे, फ्लिपकार्ट, फोनपे आदि बड़े ऑनलाइन मर्चेंट को पेमेंट कर सकते हैं। इसके अलावा, यूपीआई QR कोड को स्कैन कर अपने आसपास के छोटे दुकानदारों को पेमेंट कर सकते हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि PayLater अकाउंट के माध्यम से आप क्रेडिट कार्ड के बिल का पेमेंट या पर्सन टू पर्सन (P2P) फंड ट्रांसफर नहीं कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें-  प्याज ने बिगाड़ा रसोई का बजट, पिछले एक महीने में 4 गुना बढ़े दाम

epaylater 
इसी तरह की सुविधा epaylater नामक स्टार्ट अप IDFC Bank के साथ मिलकर शुरू कर चुकी है। हालांकि epaylater के जरिए सेलेक्टेड मर्चेंट को यूपीआई आईडी के जरिए या यूपीआई क्यूआर कोड को स्कैन कर पेमेंट किया जा सकता है। epaylater अकाउंट किसी भी बैंक के कस्टमर एक्टिवेट कर सकते हैं। हालांकि कोरोना काल में इस कंपनी ने क्रेडिट की सुविधा को बंद कर दिया है।

 

jyoti choudhary

Advertising