नोटबंदी से ब्लैकमनी पर नहीं होगा असर: एक्सपर्ट्स

Monday, Nov 14, 2016 - 01:00 PM (IST)

नई दिल्लीः मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद लोगों की परेशानी ही बढ़ी है और इसका ब्लैकमनी पर असर नहीं होगा ये कहना है एक्सपर्ट्स का। इस फैसले के लेकर एक्सपर्ट्स दो धड़ों में बंट गए हैं। जहां कुछ जानकारों ने मोदी सरकार के इस फैसले से सहमत हैं वहीं कुछ का कहना है कि इससे ब्लैकमनी पर इसका असर नहीं होगा।

बड़ी मछलियों पर नहीं होगा इसका असर
इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टिट्यूट के प्रोफेसर अभीरूप सरकार ने देश में पहले हुए मोनेटाइजेशन का हवाला देते हुए कहा, 'इनका ब्लैकमनी के सर्कुलेशन पर कोई असर नहीं पड़ा। लोग ब्लैकमनी को कैश में नहीं रखते, बल्कि स्विस बैंक के खातों में जमा कर देते हैं। इसलिए बड़ी मछलियों पर इसका असर नहीं होगा।

सरकार ने कहा, 'जब नरसिम्हा राव प्रधानमंत्री थे तो एक बार आरोप लगा कि उन्हें एक करोड़ रुपए की रिश्वत दी गई, तब यह मापित किया गया था कि एक करोड़ रुपए के लिए बहुत बड़े सूटकेश की जरूरत होगी। अब हमारे देश में सर्कुलेट हो रही ब्लैकमनी को देखें तो एक करोड़ रुपए बहुत छोटी राशि है। यदि आप ज्यादा ब्लैक मनी रखने वालों को फंसाना चाहते हैं तो फिर 100 करोड़ के आंकड़ों को देखने की जरूरत है।'

देश के लिए यह नकारात्मक झटका
1978 में जनता पार्टी की सरकार के दौरान प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने एक हजार, 5 हजार और 10 हजार के नोट बंद कर दिए। सरकार कहते हैं, 'तब ऐसा अचनाक नहीं किया गया था। मौजूदा सरकार ने कुछ घंटों के भीतर 500 और 1000 के नोट को अवैध बना दिया। इससे केवल अराजकता ही होगी। लोग दुविधा में हैं। यह देश के लिए नकारात्मक झटका है।' सरकार यह भी कहते हैं कि जब सरकार ब्लैकमनी को घोषित करने की योजना लाती है तो इसके तहत उसे कुछ राजस्व की प्राप्ति होती है लेकिन करंसी बंद करने से राजस्व की प्राप्ति नहीं होती।

Advertising