मोदी सरकार बेच रही है सस्ते में सोना, 9 सितंबर से शुरू हो रहा है खरीदने का आखिरी मौका

Tuesday, Sep 03, 2019 - 12:05 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः चालू वित्त वर्ष में सोने में निवेश की सरकारी योजना सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के चौथे और आखिरी चरण में निवेश अगले हफ्ते से सोमवार 9 सितंबर से शुरू होगा। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में चौथ चरण में निवेश करने की अवधि 9 से 13 सितंबर है। सरकार की इस सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में निवेश करने के लिए निवेशकों के पास पांच दिन का समय है। बाजार में बीते हफ्ते 10 ग्राम सोने का भाव 40,000 रुपए को भी पार कर गया। ऐसे में सरकार सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड के जरिए आपको बाजार भाव से कम दाम में सस्ते में सोना खरीदने का मौका दे रही है। इसकी बिक्री पर होने वाले लाभ पर आयकर नियमों के तहत छूट भी मिलेगी। आइए जानते हैं इस योजना और सोने की कीमत के बारे में।

खरीद सकते हैं सस्ते में सोना 
5 जुलाई को आम बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोना पर आयात शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी करने का ऐलान किया जिसके बाद सोने के दाम में लगातार बढ़ोतरी हुई है। बीते हफ्ते सोने के दाम 40,000 रुपए के भाव को भी पार कर गए। हालांकि, सरकार आपको सस्ते में सोना खरीदने का मौका दे रही है। आरबीआई की सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम के तहत आप सस्ते में सोना खरीद सकते हैं। 

सोना इतना पड़ेगा सस्ता
बीते हफ्ते शुक्रवार को सोने का भाव 2 अगस्त के हिसाब से सोने की बाजार कीमत 3,966 रुपए प्रति ग्राम रही। वहीं इस स्कीम के तहत आप 3,499 रुपए प्रतिग्राम पर सोना खरीद सकते हैं। इसके अलावा डिजिटल मोड से पेमेंट करने पर 50 रुपए प्रति ग्राम की छूट मिलेगी यानी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में ऑनलाइन निवेश करने वाले ग्राहकों के लिए एक ग्राम सोने की कीमत 3,449 रुपए पड़ेगी यानी आप सोने में बाजार मूल्य से प्रति ग्राम 467 रुपए कम कीमत पर गोल्ड में निवेश करेंगे।

इस तरह मिलेगी आयकर छूट
गोल्ड बॉन्ड की परिपक्वता अवधि आठ साल की होती है और इस पर सालाना 2.5 फीसदी का ब्याज मिलता है। बॉन्ड पर मिलने वाला ब्याज निवेशक के टैक्स स्लैब के अनुरूप कर योग्य होता है, लेकिन इस पर स्रोत पर कर कटौती (टीडीएस) नहीं होती है। अगर बॉन्ड को तीन साल बाद और आठ साल की परिपक्वता अवधि के पहले बेचा जाता है तो इस पर 20 फीसदी की दर से लांग टर्म कैपिटल गेन (एलटीसीजी) टैक्स लगेगा, लेकिन परिपक्वता अवधि के बाद बेचने पर मिलने वाला ब्याज करमुक्त रहेगा।

लगातार बढ़ रही है सोने की कीमत
हालांकि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीस के निवेशकों को एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 500 ग्राम सोने के बॉन्ड खरीदने की ही अनुमति है। वहीं न्यूनतम निवेश एक ग्राम का होना जरूरी है। सरकार ने बजट में सोने पर आयात शुल्क 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दिया है। साथ ही वैश्विक स्तर पर बढ़ी लिवाली से सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। 

 

jyoti choudhary

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