3 दोस्तों ने बदल दिया नकद रहित भुगतान का स्वरूप

Tuesday, Sep 06, 2016 - 06:58 PM (IST)

नई दिल्लीः मोबाइल वॉलेट कंपनियों की तेजी से बढ़ती संख्या के बीच 3 दोस्तों ने मिलकर मोबाइल के जरिए पैसे ट्रांसफर करने, बिल भुगतान करने या खरीददारी करने के लिए ऐसा एप्प विकसित किया है जिसमें पहले से वॉलेट में पैसे रखने की जरूरत समाप्त हो गई है। इस एप्प के जरिए पैसा सीधे आपके बैंक खाते से प्राप्तकर्ता के बैंक खाते में चला जाएगा।  

 

राहुल गोचवाल, नरेंद्र कुमार और विवेक लोचव पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में बीटेक में साथ पढ़ते थे। राहुल और विवेक मकेनिकल इंजीनियर हैं जबकि नरेंद्र कंप्यूटर साइंस के क्षेत्र से हैं। तीनों ने आगे की पढ़ाई अलग-अलग शहरों में की लेकिन एक नई सोच को कार्यरूप देने की दृढ़ इच्छाशक्ति में उन्होंने ट्रूपे नाम से एक नई कंपनी बना डाली।  

 

राहुल ने बताया कि पिछले साल जून में जब एक के एक बाद एक मोबाइल वॉलेट कंपनियां उभरकर आ रही थीं, आपस में बात करते हुए उन्होंने सोचा कि अपना पैसा बैंक में रखकर जो ब्याज उन्हें मिलता उसके बदले उनके पैसे पर मोबाइल वॉलेट कंपनियां ब्याज क्यों कमाएं? लेकिन ऑनलाइन या बैंकों के एप्प के जरिए भी एक अकाऊंट से दूसरे अकाऊंट में पैसे रियल टाइम में ट्रांसफर नहीं होते। इसके लिए यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यू.पी.आई.) आ चुका था लेकिन यह पूरी तरह विकसित नहीं था। तीसरे, क्रैडिट या डैबिट कार्ड से पेमेंट करने पर व्यापारियों के खाते में वह पैसा तुरंत नहीं पहुंच जाता। उन्होंने बताया कि सितंबर तक ट्रूपे की सोच उनके दिमाग में पैदा हो चुकी थी। उन्होंने सोचा कि देश की महज 4 प्रतिशत आबादी कार्ड के जरिए भुगतान करती है जबकि जनधन योजना के बाद लगभग पूरी आबादी के पास बैंक खाता और मोबाइल नंबर है। उन्होंने तय कर लिया कि वे ऐसी प्रणाली विकसित करेंगे जिससे इन्हीं दोनों के आधार पर पैसे ट्रांसफर करना या भुगतान करना संभव हो सके। वह स्वयं आई.आई.एम. कोलकाता से स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी कर इंडिया बुल्स में नौकरी कर चुके थे, जिससे कुछ वरिष्ठ बैंक अधिकारियों के साथ उनकी जान-पहचान हो चुकी थी। विवेक भी आई.आई.एम. बैंगलूर से तथा नरेंद्र पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से स्नातकोत्तर कर कुछ समय नौकरी कर चुके थे।  

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