अब आसानी से मिल जाएंगे चोरी हुए मोबाइल, शुरू होगा मोबाइल ट्रैकिंग सिस्टम

Monday, Jul 08, 2019 - 12:09 PM (IST)

नई दिल्लीः अक्सर आप अपना फोन चोरी या गुम हो जाने पर परेशान हो जाते हैं। रिपोर्ट लिखवाने के बावजूद भी फोन का सिम कार्ड या आई.एम.ई.आई. नंबर बदल जाने की वजह से उसकी लोकेशन का पता लगाना बेहद मुश्किल हो जाता है। लेकिन जल्द ही आपको इस परेशानी से राहत मिलने वाली है। सरकार एक ऐसी तकनीक लाने जा रही है, जिससे सिम कार्ड या आई.एम.ई.आई. नंबर बदल जाने के बावजूद चोरी हुए मोबाइल का पता लगाया जा सकेगा।

मोबाइल फोन की चोरी पर लगेगी लगाम
इस तकनीक को टेलीकॉम सेक्टर में रिसर्च करने वाली संस्था, सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ़ टेलीमैटिक्स (C-DoT) ने तैयार किया है और इसके कई सफल परीक्षण हो चुके हैं। इसे अगले महीने यानि अगस्त में लॉन्च किए जाने की उम्मीद है। भारतीय दूरसंचार विभाग ने C-DoT को मोबाइल ट्रैकिंग प्रोजेक्ट सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (सी.ई.आई.आर.)' का प्रोजेक्ट सौंपा था। इसका उद्देश्य मोबाइल फोन की चोरी और नकली फोन के कारोबार को रोकना है।

सिस्टम ऐसे करेगा काम
CEIR सिस्टम चोरी किए गए या गुम हुए फोन पर मौजूद सभी तरह की सेवाओं को ब्लॉक कर देगा। यह सभी मोबाइल ऑपरेटर्स के आई.एम.ई.आई. डाटाबेस को कनेक्ट करेगा। यह सभी नेटवर्क ऑपरेटर्स के लिए सेंट्रल सिस्टम की तरह काम करेगा, जहां वे ब्लैक लिस्ट किए हुए मोबाइल टर्मिनल को शेयर कर सकेंगे ताकि किसी भी नेटवर्क में ब्लैकलिस्ट की गई डिवाइस दूसरे नेटवर्क में काम न करे, फिर चाहे सिम कार्ड क्यों न बदल दिया जाए। दूरसंचार विभाग ने CEIR प्रोजेक्ट की शुरुआत 2017 में की थी। महाराष्ट्र में इसका ट्रायल किया गया था। ट्रायल में यह प्रोजेक्ट सफल रहा। इसके बाद अब इसको राष्ट्रीय स्तर पर लागू करने की तैयारी चल रही है।

Supreet Kaur

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