एयरटेल में हिस्सा बढ़ाएंगे मित्तल

Friday, Aug 26, 2022 - 01:10 PM (IST)

मुंबईः भारती एंटरप्राइजेज के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल सिंगापुर की अपनी साझेदार कंपनी सिंगटेल से एयरटेल की 3.33 फीसदी हिस्सेदारी खरीदेंगे। यह सौदा करीब 2.25 अरब डॉलर (12,895 करोड़ रुपए) में होगा। शेयर की खरीद प्रवर्तक इकाई भारती टेलीकॉम के जरिए की जाएगी और 90 दिन के अंदर यह सौदा पूरा होने की उम्मीद है। मित्तल परिवार के पास भारती एयरटेल में अभी 23.88 फीसदी प्रभावी हिस्सेदारी है, जो सौदे के बाद बढ़कर 25.56 फीसदी हो जाएगी। इसी तरह सिंगटेल की हिस्सेदारी मौजूदा 31.38 फीसदी से घटकर 29.7 फीसदी रह जाएगी। मित्तल परिवार शेयर खरीदने के लिए कर्ज से पैसे जुटाएगा।

सिंगटेल और भारती समूह दो दशक से भी लंबे समय से साझेदार हैं। सिंगापुर की संचार तकनीक दिग्गज सिंगटेल के लिए पूंजीगत निवेश तथा अगले कुछ वर्षों में विस्तार की योजना के लिए पैसे जुटाने के इरादे से एयरटेल में अपनी कुछ हिस्सेदारी बेच रही है। मित्तल परिवार और सिंगटेल दोनों का भारती टेलीकॉम में निवेश है। भारती टेलीकॉम देश की प्रमुख दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल की प्रवर्तक इकाई है, जिसमें मित्तल परिवार के पास 50.56 फीसदी और सिंगटेल के पास 49.44 फीसदी हिस्सेदारी है। इसके अलावा एयरटेल में सीधे तौर पर मित्तल परिवार के पास 6.04 फीसदी और सिंगटेल के पास 13.8 फीसदी हिस्सेदारी है।

सिंगटेल ने बयान में कहा, ‘इस सौदे के बाद सिंगटेल समूह के पास एयरटेल में प्रभावी तौर पर 29.7 फीसदी हिस्सेदारी रहने की उम्मीद है। इसमें भारती टेलीकॉम के जरिये परोक्ष तौर पर 19.2 फीसदी और एयरटेल में सीधे 10.5 फीसदी हिस्सेदारी शामिल है।’भारती एयरटेल का बाजार पूंजीकरण इस समय 4.15 लाख करोड़ रुपए से अधिक है। 

सुनील मित्तल ने कहा, ‘भारती एंटरप्राइजेज और सिंगटेल दो दशक से भी ज्यादा समय से साझेदार हैं और इस साझेदारी की बुनियाद परस्पर सम्मान तथा भरोसे पर टिकी है। इस सौदे के बाद भी भारती टेलीकॉम के पास एयरटेल की बहुलांश हिस्सेदारी बनी रहेगी।’ 

सिंगटेल समूह के मुख्य वित्तीय अ​धिकारी आर्थर लैंग ने कहा, ‘दीर्घावधि के रणनीतिक निवेशक और साझेदार के तौर पर हमारी क्षेत्रीय इकाइयों में हमारी हिस्सेदारी के मूल्य में पिछले कई वर्षों के दौरान उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। लेकिन यह वृद्धि हमारे शेयर भाव में ठीक से नजर नहीं आई है। यह मुद्रीकरण के अवसर का लाभ उठाने की दिशा में हमारे पूंजी प्रबंधन रणनीति का भी हिस्सा है।’ सिंगटेल ने वर्ष 2000 में एयरटेल में 40 करोड़ डॉलर का निवेश किया था और उस समय भारतीय दूरसंचार क्षेत्र में यह सबसे बड़ा विदेशी निवेश था। सिंगटेल दो दशक से भी लंबे समय से एयरटेल की निवेशक बनी हुई है मगर मै​क्सिस, टेलीनॉर और सिस्तेमा जैसी दूसरी विदेशी कंपनियों को अपना निवेश बट्टे खाते में डालना पड़ा था। 
 

jyoti choudhary

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