भारतीय SMB को सशक्त बना रहा माइक्रोसॉफ्ट

Tuesday, Jan 14, 2020 - 06:52 PM (IST)

नई दिल्ली: दुनिया की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट भारत के लघु एवं मध्यम व्यवसायों (एसएमबी) को अपनी क्लाउड सेवाओं के माध्यम से सशक्त बना रही है। देश में छह करोड़ से अधिक एसएमबी हैं और अर्थव्यवस्था में इनकी महत्ती भूमिका है। ये एसएमबी लगभग 12 करोड़ लोगों को रोजगार मुहैया कराते हैं और भारत से होने वाले कुल निर्यात में इनका योगदान तकरीबन 45 प्रतिशत है। मोबाइल कंप्यूटिंग और बेहतर कनेक्टिविटी के विकास के साथ, एसएमबी अपनी उत्पादकता बढ़ाने, कारोबार की क्षमता एवं ग्राहकों से जुड़ाव को बेहतर बनाने तथा अपने उत्पादों एवं सेवाओं में नई खोज को बढ़ावा देने के लिए क्लाउड सेवाओं का भरपूर फायदा उठा रहे हैं। 

शोध करने वाली संस्था, गाटर्नर के पूर्वानुमानों के अनुसार वर्ष 2020 के अंत तक, क्लाउड 80 प्रतिशत से ज्यादा उद्यमों के कामकाज का बोझ संभालेंगे। माइक्रोसॉफ्ट इंडिया के मुख्य परिचालन अधिकारी राजीव सोंधी ने मंगलवार को कहा कि एसएमबी कई कारणों से क्लाउड सेवाओं को अपना रहे हैं जिनमें अपने राजस्व को बढ़ाना, लागत में बचत करना, बेहतर सुरक्षा, अपने प्रोडक्ट तथा सेवाओं की अहमियत बढ़ाना तथा किसी भी स्थान से कभी भी दस्तावेजों और एप्लीकेशन तक पहुंचने में सक्षम होना शामिल है। उन्होंने कहा कि क्लाउड कंप्यूटिंग की टेक्नोलॉजी अत्याधुनिक होने के साथ-साथ किफायती भी हैं तथा इन्हें अपने कारोबार में शामिल करना और इस्तेमाल करना भी बेहद आसान है। 

इस तरह एसएमबी को आईटी सेवाओं के इस्तेमाल करने के अपने तरीके में बदलाव लाने का अवसर मिलता है और बदले में उनकी परिचालन क्षमता और प्रोडक्टिविटी में सुधार होता है और इसके परिणामस्वरूप उन्हें ज्यादा लाभ मिलता है तथा उनका विकास होता है। क्लाउड कंप्यूटिंग की वजह से आईटी पर होने वाले खर्चों का अनुमान लगाना संभव हुआ है तथा इसके लिए बहुत ज्यादा पूंजी की जरूरत नहीं होती है जिससे एसएमबी के आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए क्लाउड सबसे ज्यादा जरूरी बन गया है। सोंधी ने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट देश के छोटे शहरों में भी एसएमबी को क्लाउड की मदद से ज्यादा प्रभावशाली बना रही है ताकि उनकी उत्पादकता बढ़ाई जा सके। 250 शहरों में मौजूद 9500 से अधिक भागीदार माइक्रोसॉफ्ट इकोसिस्टम से जुड़े हुए हैं और वे एसएमबी को मदद कर रहे हैं।

shukdev

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