अपने ही जाल में फंस गया भगोड़ा मेहुल चोकसी,  उसे भारत लाने का रास्ता हुआ साफ

Thursday, May 27, 2021 - 09:49 AM (IST)

बिजनेस डेस्क: चार दिन तक चकमा देने के बाद भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी  पुलिस के हत्थे चढ़ गया है।  एंटीगुआ और बारबुडा से हाल में फरार हुए चोकसी को पड़ोस के डोमिनिका से पकड़ गया है। सूत्रों की मानें तो यह सब नाटक उसने भारत आने से बचने के लिए किया था, हालांकि वह अपने ही जाल में फस गया और भारत के लिए उसे वापस लाना आसान हो गया है। 

 

जल्द भारत लाया जा सकता है चोकसी
मेहुल का डोमिनिका पुलिस की गिरफ्त में आना भारत को बड़ी राहत दी। क्योंकि एंटीगुआ प्रशासन की तरफ से साफ कर दिया गया था कि अगर मेहुल चौकसी भागने में कामयाब रहा और उसे नहीं ढूंढा जा सका, तो प्रत्यर्पण केस पर इसका असर पड़ सकता है और उसको भारत लाने की प्रक्रिया बीच में ही अटक सकती है। लेकिन अब मेहुल डोमिनिका में पकड़ा गया है,  ऐसे में उसे भारत लाने की कोशिश भी जारी रहने वाली है और उसकी एंटीगुआ नागरिकता रद्द करने की मांग भी लगातार उठाई जाएगी।

 

प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउने भी चोकसी को भेजना चाहते हैं भारत
वहीं एंटीगुआ एवं बारबुडा के प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउने ने भी साफ कर दिया है कि भगोड़े मेहुल चोकसी को अगले 48 घंटे में भारत को सौंपा जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि  'मुझे लगता है कि उसे भारत को सौंपने में कोई कानूनी-अड़चन नहीं आएगी। मेरा मानना है कि उसे प्राइवेट जेट के जरिए अगले 48 घंटे में भारत को प्रत्यर्पित किया जा सकता है। इस प्राइवेट जेट से चोकसी को वापस भारत भेजा जा सकता है। भारतीय अधिकारियों को उसे वापस ले जाने की व्यवस्था करनी होगी।'


 प्रत्यर्पण के डर से क्यूबा भागा चोकसी
मेहुल चोकसी मई 2018 से एंटीगुआ में है। हालांकि उसे यह मालूम था कि एक दिन उसे भारत भेज दिया जाएगा। प्रत्यर्पण के डर से ही  वह क्यूबा चला गया था। क्यूबा उन देशों में शामिल नहीं है जिनकी भारत के साथ प्रत्यर्पण संधि या कोई समझौता है।  ऐसे में वापस देश में लाने की प्रक्रिया को कागजी कार्रवाई और बातचीत के कई और दौर से गुजरना पड़ सकता था , लेकिन उसकी यह साजिश कामयाब नहीं हो सकी। 

 

चोकसी पर कई आरोप
पंजाब नेशनल बैंक से 13,500 करोड़ रुपये की कर्ज जालसाजी मामले में चोकसी वांछित है। चोकसी और उसके भांजे नीरव मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक से कथित तौर पर 13,500 रुपये की जालसाजी की। नीरव मोदी लंदन में जेल में है और अपने प्रत्यर्पण के खिलाफ मुकदमा लड़ रहा है। चोकसी ने निवेश द्वारा नागरिकता प्राप्त करने के कार्यक्रम का इस्तेमाल करते हुए 2017 में एंटीगुआ और बारबुडा की नागरिकता ले ली थी और जनवरी 2018 के पहले सप्ताह में भारत से फरार होकर वहां चला गया था। बैंक से जालसाजी का मामला बाद में सामने आया था। चोकसी और नीरव दोनों सीबीआई जांच का सामना कर रहे हैं।

vasudha

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