15 करोड़ महिलाओं को नहीं होगा यह फायदा
Friday, Aug 12, 2016 - 01:19 PM (IST)
जालन्धर: देश की सरकार ने संगठित क्षेत्र में काम करने वाली करीब 60 लाख महिलाओं को मातृत्व के दौरान मिलने वाली 3 माह की छुट्टी को बढ़ा कर 6 माह कर दिया है लेकिन असंगठित क्षेत्र में काम करने वाली करीब 15 करोड़ महिलाओं को इतना फायदा नहीं मिलेगा। वर्ष 2011 की सैंसस की रिपोर्ट के मुताबिक देश में संगठित क्षेत्र में करीब 60 लाख महिलाएं काम करती हैं जबकि असंगठित क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं की संख्या करीब 15 करोड़ है।
संगठित क्षेत्र में कामकाजी महिलाएं
कुल हिस्सेदारी | 20.54% |
पब्लिक सैक्टर | 18.14% |
प्राइवेट सैक्टर | 24.34% |
कुल महिलाएं 5.95 मिलियन
असंगठित क्षेत्र में कामकाजी महिलाएं
कृषि वर्कर | 41.09 मिलियन |
इंडस्ट्री वर्कर | 5.71 मिलियन |
कृषि कार्य | 24.01 मिलियन |
अन्य वर्कर | 29.18 मिलियन |
कुल महिलाएं 149.77 मिलियन
भारत से बेहतर हैं ये देश
केंद्र सरकार ने भले ही संगठित क्षेत्र की कामकाजी महिलाओं की मातृत्व की छुट्टी बढ़ा दी है लेकिन इसके बावजूद दुनिया में कई ऐसे देश हैं जो भारत के मुकाबले इस मायने में कई कदम आगे हैं। आइए जानते हैं कि अन्य देशों में महिलाओं की मैटर्निटी लीव को लेकर क्या प्रावधान है।
1. स्वीडन की मातृत्व अवकाश नीति सबसे अधिक उदार है। यहां 56 सप्ताहों की मैटर्निटी लीव के साथ नागरिक को उसके वेतन का 80 प्रतिशत सैलरी के तौर पर दिया जाता है। इसके साथ ही मां को एक निश्चित दर पर 13 अतिरिक्त सप्ताह का भी भुगतान किया जाता है।
2. कुछ केंद्रीय यूरोपीय देशों में मानक मातृत्व अवकाश 3 वर्ष का है।
3. इसके साथ ही ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस और स्वीडन में दत्तक (बच्चा गोद लेने वाले) माता-पिता और एक ही लिंग के माता-पिता को भी पैतृक अवकाश (पेरैंटल लीव) दी जाती है।
4. हालांकि अमरीका में अभी भी अनिवार्य मातृत्व अवकाश लाभ शून्य है जबकि 50 से अधिक कर्मचारियों वाली कंपनियां परिवार और चिकित्सा छुट्टी अधिनियम के तहत 3 महीने की बिना वेतन के छुट्टी देने के लिए बाध्य हैं।
5. इसके साथ ही अमरीका उन 4 देशों में शामिल है, जहां महिलाओं को मैटर्निटी लीव दिए जाने की जरूरत नहीं समझी जाती। ये 3 देश हैं लाइबेरिया, स्विट्जरलैंड और पापुआ न्यू गिनी।
किस देश में कितने अवकाश
• स्वीडन: 56 सप्ताह अवकाश (80 प्रतिशत वेतन), 13 सप्ताह अवकाश (फिक्स वेतन)
• क्रोएशिया : 24 सप्ताह अवकाश (100 प्रतिशत वेतन), 34 सप्ताह अवकाश (फिक्स वेतन)
• कनाडा : 50 सप्ताह अवकाश (55 प्रतिशत वेतन)
• स्लोवाकिया: 28 सप्ताह अवकाश (55 प्रतिशत वेतन)
• हंगरी: 24 सप्ताह अवकाश (70 प्रतिशत वेतन)
• चिल्ली: 18 सप्ताह अवकाश (100 प्रतिशत वेतन)
• फ्रांस: 16 सप्ताह अवकाश (100 प्रतिशत वेतन)
• माली: 14 सप्ताह अवकाश (100 प्रतिशत वेतन)
• चीन: 12 सप्ताह अवकाश (100 प्रतिशत वेतन)
• पैराग्वे : 9 सप्ताह अवकाश (50 प्रतिशत वेतन)
• यू.एस.ए.: न कोई अवकाश व न ही वेतन
• इटली: 20 सप्ताह अवकाश (80 प्रतिशत वेतन), 24 सप्ताह अवकाश (30 प्रतिशत वेतन)
• यू.के.: 6 सप्ताह अवकाश (90 प्रतिशत वेतन), 33 सप्ताह अवकाश (फिक्स वेतन)
प्रसूता अवकाश बढऩे से मां और बच्चे को बेहतर जीवन मिलेगा। विधेयक के अन्य प्रावधानों में कम से कम 50 कर्मचारियों वाले संस्थान को शिशु गृह (क्रैच) स्थापित करना अनिवार्य होगा। महिला अपने बच्चे से मिलने दिन में 4 बार जा सकेगी। संबंधित कानूनों का प्रावधान नहीं करने वाले नियोक्ता को 1 वर्ष तक की जेल हो सकती है। वहीं 26 सप्ताह के प्रसूता अवकाश का लाभ 2 बच्चों तक लिया जा सकता है। यह लाभ अधिकृत माता और दत्तक माता को मिलेगा लेकिन सरोगेट मदर इसकी हकदार नहीं होगी।
पैटर्निटी लीव (पितृत्व अवकाश)
पैटर्निटी लीव वह अवकाश है, जो कम्पनियां पिता बनने पर अपने कर्मी को बच्चे और मां की देखभाल के लिए देती हैं। हर देश में इसकी अवधि अलग है।
कनाडा | 35 सप्ताह |
स्वीडन | 34 सप्ताह |
क्रोएशिया | 34 सप्ताह |
स्लोवाकिया | 28 सप्ताह |
यू.के. | 26 सप्ताह |
इटली | 24 सप्ताह |
फ्रांस | 02 सप्ताह |
हंगरी | 01 सप्ताह |