Maruti Suzuki ने खारिज की वित्तमंत्री की दलील, कहा- ऑटो सेक्टर में मंदी की वजह ओला-उबर नहीं

Thursday, Sep 12, 2019 - 10:45 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः युवा आबादी में ओला, उबर सेवाओं का इस्तेमाल बढ़ना आर्थिक मंदी का कोई ठोस कारण नहीं है बल्कि इसके विपरीत इस संबंध में किसी निष्कर्ष पर पहुंवने के लिए एक विस्तृत अध्ययन किए जाने की आवश्यकता है। देश के सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह बात कही है।

मारुति सुजुकी ने किया बचाव
मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) के विपणन और बिक्री विभाग के कार्यकारी निदेशक शशांक श्रीवास्तव ने बताया कि भारत में कार खरीदने को लेकर धारणा में अभी भी कोई बदलाव नहीं आया है और लोग अपनी आकांक्षा के तहत कार खरीदते हैं। श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘मौजूदा मंदी के पीछे ओला और उबर जैसी सेवाओं का होना कोई बड़ा कारण नहीं है। मुझे लगता है कि इस तरह के निष्कर्षो पर पहुंचने से पहले हमें गौर और अध्ययन करना होगा।'' उन्होंने कहा, ‘‘ओला और उबर जैसी सेवाएं पिछले 6-7 वर्षो में सामने आई हैं। इसी अवधि में ऑटो उद्योग ने कुछ बेहतरीन अनुभव भी हासिल किए हैं। इसलिए केवल पिछले कुछेक महीनों में ऐसा क्या हुआ कि मंदी गंभीर होती चली गई? मुझे नहीं लगता कि ऐसा केवल ओला और उबर की वजह से हुआ है।''

वित्तमंत्री ने ओला-उबर को बताया मंदी की वजह
उन्होंने कहा कि मंदी से निपटने के लिए पिछले माह घोषित किए गए सरकार के उपाय पर्याप्त नहीं हैं और ये उपाय उद्योग के दीर्घावधिक स्वास्थ्य के लिए मददगार हो सकते हैं क्योंकि ये बुनियादी तौर पर ग्राहकों की धारणाओं पर ध्यान देते हैं। सोसायटी आफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैनुफैक्चरर्स (सियाम) के अनुसार अगस्त महीने में घरेलू वाहनों की बिक्री 23.55 प्रतिशत घटकर 18,21,490 इकाई रह गई जो पिछले वर्ष के इसी महीने में 23,82,436 इकाई हुई थी। बता दें कि वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा था कि ज्यादातर लोगों की सोच में बदलाव आया है जो अब मासिक किस्तों की अदायगी करते हुए एक कार खरीदने की जगह ओला और उबर जैसे टैक्सी सेवा का लाभ लेना पसंद करते हैं और यह ऑटोमोबाइल क्षेत्र में मंदी के कई कारणों में से एक है।

Supreet Kaur

Advertising