महिंद्रा को मारुति ने दिया झटका

Tuesday, Jun 13, 2017 - 01:03 PM (IST)

नई दिल्लीः महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के दबदबे वाले देसी यूटिलिटी व्हीकल बाजार में एक नई कंपनी बुलंदियों की ओर बढ़ती दिख रही है। लंबे समय तक छोटी कार बनाने वाली के तौर पर मशहूर मारुति सुजूकी ने ब्रेजा के दम पर तेजी से बढ़त वाले क्षेत्र में अग्रणी स्थिति का दावा करने में कामयाब रही है। पिछले साल ब्रेजा सबसे ज्यादा बिकने वाली देसी यूवी के तौर पर उभरी थी और इसने महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के बोलेरो को पीछे छोड़ दिया था। पेश किए जाने के एक साल बाद भी ब्रेजा के लिए खरीदारों को इंतजार करना पड़ रहा है।

पिछले साल नवंबर से अब तक मारुति की तरफ से अपने डीलरों को यूवी की संचयी बिक्री महिंद्रा ऐंड महिंद्रा से कुछ सौ वाहन ज्यादा रही है। यह जानकारी वाहन निर्माताओं के संगठन सायम से मिली। सुजूकी के नियंत्रण वाली कार निर्माता ने देसी बाजार में 1,29,020 वाहन बेची, जो महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के 1,28,534 वाहनों के मुकाबले करीब 500 ज्यादा है। पिछले सात महीने से चार में मारुति ने देसी बाजार में एमऐंडएम से ज्यादा यूवी की बिक्री की। देसी यात्री वाहन उद्योग (कार व वैन समेत) में यूवी सबसे तेज गति से आगे बढऩे वाला क्षेत्र है।

वित्त वर्ष 2017 में इसमें 30 फीसदी की उछाल दर्ज हुई जबकि कार व वैन में क्रमश: करीब 4 व दो फीसदी की बढ़त आई। देसी बाजार में बिकने वाले हर चार यात्री वाहन में एक यूवी होता है। बाजार में हालांकि 30 फीसदी की उछाल आई, लेकिन एमऐंडएम की बिक्री पिछले साल स्थिर रही। इससे कंपनी की बाजार हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2017 में एक साल पहले के 38 फीसदी के मुकाबले घटकर 29 फीसदी रह गई। वित्त वर्ष 2017 में देसी बाजार में बिकने वाले तीन अग्रणी मॉडलों (ब्रेजा, हुंडई क्रेटा और टोयोटा इनोवा) में महिंद्रा ऐंड महिंद्रा के वाहन शामिल नहीं हैं। मारुति की हिस्सेदारी 16 फीसदी से बढ़कर 26 फीसदी हो गई। हुंडई व फोर्ड ने भी हिस्सेदारी हासिल की। वित्त वर्ष 2018 के पहले दो महीने में एमऐंडएम की हिस्सेदारी और घटकर 27 फीसदी रह गई जबकि मारुति इस क्षेत्र में 31 फीसदी हिस्सेदारी के साथ स्पष्ट तौर पर अग्रणी कंपनी बन गई है। 

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