मारुति का मुनाफा 13% बढ़कर 3,525 करोड़ रुपए पर पहुंचा, रिकॉर्ड 99,220 वाहनों का किया निर्यात
punjabkesari.in Wednesday, Jan 29, 2025 - 05:34 PM (IST)
बिजनेस डेस्कः देश की सबसे बड़ी कार मैन्युफैक्चरिंग कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने बुधवार, 29 जनवरी को चालू वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही के नतीजों का ऐलान किया। शेयर बाजार को दी सूचना में कंपनी ने बताया कि दिसंबर तिमाही में उसका स्टैंर्डअलोन नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 13% बढ़कर 3,525 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। एक साल पहले की समान तिमाही में यह 3,130 करोड़ रुपए था। एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक, मारुति सुजुकी इंडिया का ऑपरेशन से रेवेन्यू 16% बढ़कर 38,492.1 करोड़ रुपए पर पहुंच गया। एक साल पहले की समान तिमाही में यह 33,308.7 करोड़ रुपए था।
दिसंबर तिमाही में मारुति ने रिकॉर्ड 99,220 वाहनों का निर्यात किया
कंपनी ने तीसरी तिमाही में कुल 5,66,213 वाहन बेचे। घरेलू बाजार में कंपनी की बिक्री 4,66,993 यूनिट रही। जबकि निर्यात 99,220 यूनिट्स का रहा, जो किसी भी तिमाही में अब तक का सबसे ज्यादा निर्यात है। पिछले साल इसी अवधि में कंपनी की कुल बिक्री 5,01,207 यूनिट थी, जिसमें घरेलू बाजार में 4,29,422 यूनिट और निर्यात बाजार में 71,785 यूनिट शामिल थे।
दिसंबर तिमाही के दौरान, कंपनी ने अब तक की सबसे अधिक नेट सेल दर्ज की, जो 36,802 करोड़ रुपए रही, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 31,860 करोड़ रुपए थी।
मारुति का शेयर करीब 2% गिरा
BSE पर, आज के इंट्रा-डे ट्रेड में मारुति सुजुकी इंडिया का शेयर 1.51% टूटकर 11940 रुपए के भाव पर कारोबार कर रहा था। कंपनी का शेयर पिछले एक महीने में करीब 11% बढ़ा है। वहीं, सालना आधार पर शेयर ने निवेशकों को लगभग 20% का रिटर्न दिया है।
हिसाशी ताकेउची को फिर से सौंपी MD एंव CEO की जिम्मेदारी
मारुति के बोर्ड ने हिसाशी ताकेउची को एक अप्रैल 2025 से तीन साल की अतिरिक्त अवधि के लिए MD एंव CEO के रूप में फिर से नियुक्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। ताकेउची को पहली बार एक अप्रैल, 2022 को इन पदों पर नियुक्त किया गया था। उन्होंने केनिची आयुकावा की जगह ली थी जो 31 मार्च 2022 को सेवानिवृत्त हो गए थे।
ताकेउची जुलाई 2019 से मारुति सुजुकी के निदेशक मंडल का हिस्सा रहे और अप्रैल 2021 से अपनी पदोन्नति तक संयुक्त प्रबंध निदेशक (वाणिज्यिक) थे। वह 1986 में सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन (एसएमसी) में शामिल हुए। उनके पास एसएमसी के अंतरराष्ट्रीय परिचालन के साथ-साथ विदेशी बाजारों का भी व्यापक अनुभव है।