सस्ती हाइब्रिड कारें के विकास पर काम कर रही हैं मारुति

Monday, Nov 07, 2016 - 09:53 AM (IST)

नई दिल्लीः कंपनी के चेयरमैन आर.सी. भार्गव ने विशेष बातचीत में जानकारी दी कि मारुति छोटी हाइब्रिड कार पर काम कर रही है। यह कब तक होगा, इसकी कोई समय सीमा उन्होंने नहीं बताई। अभी छोटी और सस्ती हाइब्रिड कार की टेक्नोलॉजी पूरी दुनिया में मौजूद नहीं है। छोटी कारों पर अगर जीएसटी रेट 28 फीसदी तय होता है तो मारुति इसका फायदा ग्राहकों को देगी। अभी इन कारों पर 30 फीसदी से ज्यादा टैक्स लगता है।

टोयोटा जैसी कंपनियों का फोकस बड़ी गाड़ियों पर है। मारुति भी अर्टिगा एमपीवी और सेडान सियाज में हाइब्रिड टेक्नोलॉजी का थोड़ा इस्तेमाल करती है। उन्होंने कहा कि एप आधारित कंपनियों से कार बिक्री बढ़ने का अनुमान है, क्योंकि महानगरों में लोग अपनी कार निकालने के बजाय एप आधारित कैब को अहमियत दे रहे हैं।

उन्होंने बताया कि नैनो जैसी कार बनाने में मारुति ने कभी रुचि नहीं ली, क्योंकि इसमें व्यावसायिक लाभ नहीं दिखा। जहां तक इलैक्ट्रिक कार की बात है तो भारत के लिए इसे वह अनावश्यक बहस मानते हैं। वजह यह है कि लोग कार चार्ज कहां करेंगे। अगर कार बीच सड़क पर डिस्चार्ज होती है तो क्या होगा? पार्किंग की अलग समस्या है। पेट्रोल पंपों पर भी चार्जिंग बेहतर विकल्प नहीं है।

मारुति चेयरमैन ने बताया कि गुजरात प्लांट से फरवरी से बिक्री शुरू की जाएगी। यहां शुरू में 15-20 हजार कारें बनाई जाएंगी। उसके बाद इसकी क्षमता ढाई लाख तक की जाएगी। इससे प्रत्यक्ष रूप से ढाई हजार और परोक्ष रूप से दस हजार तक नौकरियां सृजित होंगी। इस प्लांट के स्थापित होने के दो साल के अंदर दूसरा प्लांट शुरू होगा। पहले चरण में इस प्लांट में बलेनो का निर्माण होगा। भारत में बने करीब 2,300 बलेनो का जापान को निर्यात हुआ है। आगे निर्यात के लिए अफ्रीका पर नजर है। 


 
 

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