यात्री वाहनों की बिक्री में भारी गिरावट, कई दिग्गज कंपनियों ने रोका कारों का प्रोडक्शन

Wednesday, Jun 12, 2019 - 11:19 AM (IST)

बिजनेस डेस्कः घरेलू बाजार में यात्री वाहनों की बिक्री में 18 साल की सबसे अधिक गिरावट आई है। कार बनाने वाली कंपनियों को पैसेंजर व्हीकल की डिमांड में भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। डिमांड में कमी के कारण हजारों गाड़ियां शोरूम में खड़ी है। कार की बिक्री में कमी को लेकर सबसे बड़ी वजह जीएसटी का स्लैब बताया जा रहा है। इसके अलावा देश में नौकरी की धीमी गति, तेल की कीमतों में वृद्धि के कारण भी कार की मांग में गिरावट देखने को मिली है।

कई बड़ी ऑटो कंपनियां जैसे मारुति सुजुकी, महिंद्रा और टाटा मोटर्स ने अपने पिछले प्रोडक्शन के स्टॉक को खत्म करने के लिए फिलहाल अपने प्रोडक्शन पर रोक लगा दी है। इन कंपनियों ने जून के महीने में प्लान्ट को कुछ दिनों के लिए शटडाउन करने की घोषणा की है।

कंपनी अगर ज्यादा दिन तक शटडाउन होती है तो कई लोगों के नौकरी जाने का भी खतरा हो सकता है। इस सेक्टर से भारी संख्या में कामगार जुड़े हुए हैं। वहीं, मई महीने में यात्री वाहनों की बिक्री 20.55 प्रतिशत घटकर 2,39,347 वाहन रह गई। मई 2018 में यह आंकड़ा 3,01,238 वाहन था। खास बात यह है कि पिछले 11 में से 10 महीनों में यात्री वाहनों की बिक्री में गिरावट आई है। सिर्फ अक्तूबर 2018 ही ऐसा रहा जब यात्री वाहनों की बिक्री में 1.55 प्रतिशत की बढ़ौतरी दर्ज हुई थी। 

पिछले महीने यात्री वाहनों की बिक्री में गिरावट सितम्बर 2001 के बाद सबसे अधिक रही है। उस समय यात्री वाहनों की बिक्री 21.91 प्रतिशत घटी थी। वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम के अनुसार मई में सभी प्रमुख खंडों- दोपहिया और वाणिज्यिक वाहन में वाहनों की बिक्री में गिरावट आई। मई में घरेलू बाजार में कारों की बिक्री 26.03 प्रतिशत घटकर 1,47,546 इकाई रह गई। पिछले साल मई में यह आंकड़ा 1,99,479 इकाई था। 

इसी तरह समीक्षाधीन महीने में मोटरसाइकिलों की बिक्री 4,.89 प्रतिशत घटकर 11,62,373 इकाई रह गई, जो पिछले साल पहले समान महीने में 12,22,164 इकाई थी। मई में दोपहिया की कुल बिक्री 6.73 प्रतिशत घटकर 17,26,206 इकाई रह गई, जो एक साल पहले समान महीने में 18,50,698 इकाई थी। वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री मई में 10.02 प्रतिशत घटकर 68,847 इकाई रह गई। मई 2019 में विभिन्न श्रेणियों में सभी वाहनों की बिक्री 8.62 प्रतिशत घटकर 20,86,358 इकाई रह गई, जो एक साल पहले समान महीने में 22,83,262 इकाई थी। 

jyoti choudhary

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