स्पैशल GST रेट के इंतजार में हैं कई बाजार

Thursday, May 11, 2017 - 10:17 AM (IST)

नई दिल्ली: वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) दरों के 4 स्लैबों की घोषणा होने के बाद से ही ज्यादातर ट्रेडर्स ने अपने टैक्स रेट का अंदाजा लगा लिया है, लेकिन 1 से 2 पर्सैंट वैट के दायरे में आने वाली कुछ आइटमों के लिए एक ‘स्पैशल रेट’ अभी तय होना है। इसे लेकर अटकलों का बाजार गर्म है और व्यापार पर भी असर हो रहा है। साथ ही एक ही तरह की कई आइटमों, जिन पर अलग-अलग वैट लगता है, लेकिन जी.एस.टी. दरों को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।

जानकारों का कहना है कि जी.एस.टी. काऊंसिल की आगामी बैठकों में भी आइटम-वाइज रेट्स से पर्दा उठने के आसार कम हैं और सरकार इसे आखिरी क्षणों में घोषित करेगी। फिलहाल जी.एस.टी. के तहत 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत के रूप में 4  दरें सामने आई हैं। सरकार ने पहले ही साफ कर दिया है कि वैट के तहत टैक्स-फ्री चली आ रही ज्यादातर चीजों पर जी.एस.टी. भी नहीं लगेगा। इनमें खाद्य और आम इस्तेमाल की कई जरूरी चीजें हैं।

कोई फैसला नहीं कर पा रहे हैं ट्रेडर 
फिलहाल दिल्ली सहित ज्यादातर राज्यों में सोने-चांदी के गहने और साजोसामान, कीमती पत्थर, बुलियन आर्टिकल्स पर 1 पर्सैंट वैट लगता है। जी.एस.टी. के तहत इनके लिए 3 से 5 पर्सैंट के बीच एक स्पैशल रेट तय करने की बात की जा रही है। दिल्ली के चांदनी चौक में एक बुलियन डीलर ने बताया कि अभी तक कोई सटीक अंदाजा नहीं मिलने के चलते ट्रेडर 30 जून तक के स्टॉक और वायदा सौदे को लेकर कोई फैसला नहीं कर पा रहे हैं और इससे बाजार में अफवाहों को हवा मिल रही है।

टैक्स फ्री पर असमंजस
फिलहाल 3500 रुपए से सस्ती साइकिलों पर वैट नहीं लगता, जबकि इसके ऊपर 5 प्रतिशत टैक्स लगता है। सस्ती साइकिल और ट्राइसाइकिल बेचने वाले ट्रेडर्स को समझ नहीं आ रहा कि वे टैक्स फ्री स्लैब में आएंगे या जी.एस.टी. के दायरे में। एक ही तरह की कई आइटमों पर फिलहाल 5 से 12.5 पर्सैंट का टैक्स लगता रहा है। कैरोसिन ऑयल के स्टोव टैक्स फ्री हैं, जबकि गैस स्टोव पर वैट लगता है।  

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