Byju’s को NCLT ले जा सकते हैं प्रमुख निवेशक, प्रबंधन में बदलाव की तैयारी

Wednesday, Feb 14, 2024 - 02:46 PM (IST)

नई दिल्लीः बायजूस में 30 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी रखने वाले प्रमुख शेयरधारकों का कंसोर्टियम संकट में फंसी एडटेक फर्म के प्रबंधन में बदलाव के लिए राष्ट्रीय कंपनी कानून पंचाट (एनसीएलटी) से संपर्क कर सकता है। सूत्रों ने यह जानकारी दी है। अगर अगले सप्ताह शुक्रवार को होने वाली असाधारण आम बैठक (ईजीएम) में कोई ‘सौहार्दपूर्ण समाधान’ नहीं निकलता है या कंपनी इसमें में दोबारा देर करती है, तो कंसार्टियम ऐसा कर सकता है।

इस महीने की शुरुआत में बायजूस के प्रमुख शेयरधारकों के कंसोर्टियम ने फर्म को एक नोटिस जारी किया था, जिसमें फर्म के प्रबंधन में प्रस्तावित बदलाव सहित ‘चल रही दिक्कतों’ पर ध्यान देने के लिए असाधारण आम बैठक (ईजीएम) का आह्वान किया गया था। 

सूत्रों ने कहा कि ये शेयरधारक कंपनी के मौजूदा निदेशक मंडल में बदलाव करने के प्रयास के तहत मतदान करेंगे। इसमें बायजूस रवींद्रन को मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) का पद छोड़ने और फर्म में अपनी परिचालन भूमिका त्यागने के लिए कहना शामिल है। 

कानून फर्म केएस लीगल ऐंड एसोसिएट्स की प्रबंधन साझेदार सोनम चंदवानी जैसे विशेषज्ञों का कहना है कि अगर निवेशक एनसीएलटी से संपर्क करते हैं, तो उनका इरादा कंपनी के प्रबंधन ढांचे में बदलाव कराना या शेयरधारकों के अपने अधिकारों की रक्षा करना हो सकता है। चंदवानी ने कहा कि वे ऐसा कर सकते हैं, खास तौर पर अगर समाधान के लिए आंतरिक व्यवस्था बेअसर रहे।

निवेशक कंपनी के मौजूदा नेतृत्व और निदेशक मंडल के वर्तमान संविधान के तहत भविष्य की स्थिरता को लेकर काफी चिंतित हैं। वे प्रमुख प्रशासन, वित्तीय कुप्रबंधन और अनुपालन संबंधी मसलों के समाधान तथा कंपनी के नेतृत्व में बदलाव पर विचार कर रहे हैं। बायजूस की मूल कंपनी थिंक ऐंड लर्न के वर्तमान निदेशक मंडल में रवींद्रन, उनकी पत्नी और बायजूस की सह-संस्थापक दिव्या गोकुलनाथ और उनके भाई रिजू रवींद्रन शामिल हैं।

jyoti choudhary

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